तीन चमत्कारी विष नाशक शाबर मंत्र


इस पोस्ट में, मैंने तीन चमत्कारी विष नाशक शाबर मंत्रों के बारे में लिखा है। इन मंत्रों का प्रयोग करके झाड़ा देकर, थप्पड़ मारकर और फूँक मारकर रोगी के शरीर से जहर को निकाला जा सकता है। शाबर विद्या के अनुसार इन मंत्रों से सांप, बिच्छू और कीड़े-मकोड़ों के दंश का जहर या अन्य किसी भी प्रकार के विष से मुक्ति संभावित है।

१] झाड़ा देकर जहर का नाश करने वाले शाबर मंत्र को सिद्ध करने का तरीका:
इस मंत्र को किसी भी पूर्ण या आंशिक सूर्य या चंद्र ग्रहण के काल में या नाग पंचमी के दिन पर १००८ बार बोलकर मंत्र को सिद्ध किया जाता है।

साधक को ग्रहण या नाग पंचमी संबंधित सर्व नियमों का पालन करना चाहिए। मंत्र जाप के लिय रुद्राक्ष या दूसरी किसी भी जाप माला का उपयोग किया जा सकता है।

ॐ हरि मर्कटः मर्कटाय शेष नागाय विष स्वाहा | दुहाई भोलेनाथ नागराज की ||
Om Hari Markatah Markataya Shesh Nagaya Vish Swaha | Duhaee Bholenath Nagraj Ki ||

शाबर विष नाशक मंत्र का प्रयोग करने का तरीका:
नीम के पीड़ की छोटी सि डाली को अपने दाहिने हाथ में लेकर साधक को मंत्र को बोलते हुए रोगी का सिर से पैर तक झाड़ा करना है। इस विधि को १०८ बार करने से रोग का निवारण होता है।

जहर निकालने के शाबर मंत्र

२] थप्पड़ मार कर विष निकालने का शाबर मंत्र: इस अनोखे और अत्यंत अद्भुत शाबर मंत्र को नागपंचमी के दिन पर १०,००० बार बोकर सिद्ध करना है। फिर, रोगी के शरीर से जहर निकालने के लिए साधक को मंत्र बोलकर उसे एक थप्पड़ लगानी है।

थापड़े विष करीलाय पनि ||
Thaapade Vish Karilaaya Pani |

३] फूँक मार कर विष निकालने का शाबर मंत्र: इस मंत्र को नागपंचमी के दिन पर १००८ बार बोलकर सिद्ध करना है। मंत्र सिद्ध होने के बाद उसे १०८ बार बोलकर विष से प्रभावित जगह पर फूँक मारनी है। इस विधि से विष का नाश होता है।

शंकरु पेटार धन मूले तीन फूसे विषकरि लाभ पानि ||
Shankaru Petar Dhan Moole Teen Fuse Vishkari Laabh Pani ||

नोट: इस पोस्ट में बताया हुए मंत्र प्रयोग भारतीय शाबर विद्या पर आधारित है और मैंने इनके बारे में सिर्फ जानकारी देने के हेतु से लिखा है।

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