इस पोस्ट में, मैंने एक महा शक्तिशाली अमावस की रात पर किए जाने वाले शाबर विद्वेषण मंत्र उपाय के बारे में लिखा जिसका असर तुरंत हो जाता है और साधक के दुश्मनों का बटवारा हो जाता है और वह एक दूसरे के जानी दुश्मन बन जाते है और साधक को तकलीफ देना बंद करते है।
शत्रुओं को आपस में लड़ाकर उन्हे विभाजित या एक दूसरे से अलग करने के मंत्रों को विद्वेषण मंत्र कहा जाता। इन मंत्रों का प्रयोग दुश्मनों और दुष्ट प्रतिद्वंद्वियों को अलग करने के अलावा पर-स्त्री या पर-पुरुष से छुटकारा पाने के लिए किया जा सकता है।
इस शाबर विद्वेषण मंत्र का प्रयोग करने का तरीका: १] साधक को अमवास की रात को श्मशान घाट जाना है और वहाँ पर एक हांडी में थोडेसे सबूत उरद के दानों को पानी से साथ पकाना है। और फिर, उन्हे अपने घर लाना है और छाव में सुखकर एक डिब्बी / बोतल में रखना है।
२] मंगलवार या रविवार के दिन पर साधक को उन उरद के दानों को अपने दाहिने हाथ में लेकर इस शाबर विद्वेषण मंत्र का एकाग्रता और तीव्रता के साथ जाप करते हुए सावधानी और गुप्तता के साथ उन्हे दुश्मन के मकान में फेंक देना है।
|| आं क्रीं क्रीं क्रीं क्रां क्रां क्रां स्फरे स्फरे धाम् धाम् ठः ठः ||
|| Aam Kreem Kreem Kreem Kraam Kraam Kraam Sfre Sfre Dham Dham Thah Thah ||
३] इस शक्तिशाली विद्वेषण मंत्र प्रयोग से दुश्मन या दुष्ट प्रतिद्वंद्वी के घर के लोगों में बहस / गलत फैमि होकर वह एक दूसरे के साथ लड़ने-झगड़ने लगते है और उनमें विभाजन हो जाता है और वह एक दूसरे के शत्रु बन जाते है।
४] यह एक स्वयं सिद्ध शाबर विद्वेषण मंत्र होने के कारण इसे सिद्ध करने की आवश्यकता नहीं है इस मंत्र उपाय के साथ पूजा-विधि नहीं जुड़ी हुई है। सिर्फ आत्मविश्वास के साथ इसका प्रयोग करने से सफलता मिलती है। लेकिन एक चीज का जरूर ध्यान रहें, इस शाबर विद्वेषण मंत्र का प्रयोग छोटे-मोठे कारणों के लिए कभी भी मत करना क्योंकि ऐसा करने से सुधपरिणामों का सामना कारना पड सकता है।
नोट: इस विद्वेषण मंत्र उपाय का हिन्दी वीडियो आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: अपने दुश्मनों को अलग करने का अचूक विद्वेषण मंत्र प्रयोग
शत्रुओं को आपस में लड़ाकर उन्हे विभाजित या एक दूसरे से अलग करने के मंत्रों को विद्वेषण मंत्र कहा जाता। इन मंत्रों का प्रयोग दुश्मनों और दुष्ट प्रतिद्वंद्वियों को अलग करने के अलावा पर-स्त्री या पर-पुरुष से छुटकारा पाने के लिए किया जा सकता है।
इस शाबर विद्वेषण मंत्र का प्रयोग करने का तरीका: १] साधक को अमवास की रात को श्मशान घाट जाना है और वहाँ पर एक हांडी में थोडेसे सबूत उरद के दानों को पानी से साथ पकाना है। और फिर, उन्हे अपने घर लाना है और छाव में सुखकर एक डिब्बी / बोतल में रखना है।
२] मंगलवार या रविवार के दिन पर साधक को उन उरद के दानों को अपने दाहिने हाथ में लेकर इस शाबर विद्वेषण मंत्र का एकाग्रता और तीव्रता के साथ जाप करते हुए सावधानी और गुप्तता के साथ उन्हे दुश्मन के मकान में फेंक देना है।
|| आं क्रीं क्रीं क्रीं क्रां क्रां क्रां स्फरे स्फरे धाम् धाम् ठः ठः ||
|| Aam Kreem Kreem Kreem Kraam Kraam Kraam Sfre Sfre Dham Dham Thah Thah ||
३] इस शक्तिशाली विद्वेषण मंत्र प्रयोग से दुश्मन या दुष्ट प्रतिद्वंद्वी के घर के लोगों में बहस / गलत फैमि होकर वह एक दूसरे के साथ लड़ने-झगड़ने लगते है और उनमें विभाजन हो जाता है और वह एक दूसरे के शत्रु बन जाते है।
४] यह एक स्वयं सिद्ध शाबर विद्वेषण मंत्र होने के कारण इसे सिद्ध करने की आवश्यकता नहीं है इस मंत्र उपाय के साथ पूजा-विधि नहीं जुड़ी हुई है। सिर्फ आत्मविश्वास के साथ इसका प्रयोग करने से सफलता मिलती है। लेकिन एक चीज का जरूर ध्यान रहें, इस शाबर विद्वेषण मंत्र का प्रयोग छोटे-मोठे कारणों के लिए कभी भी मत करना क्योंकि ऐसा करने से सुधपरिणामों का सामना कारना पड सकता है।
नोट: इस विद्वेषण मंत्र उपाय का हिन्दी वीडियो आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: अपने दुश्मनों को अलग करने का अचूक विद्वेषण मंत्र प्रयोग
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