इस पोस्ट में, मैंने एक अत्यंत चमत्कारी और अमोघ सर्व कार्य सिद्धि यंत्र के बारे में लिखा है। इस अद्भुत सर्व काम करने वाले यंत्र को धारण करने से ईश्वर की कृपा प्राप्त होती है। धारण करने वाले की सारी इच्छाएं और मनोरथ पूरे होते है, हर संकट से मुक्ति मिलती है, रोग और बीमारी से छुटकारा मिलता है, भूत-प्रेत, हाय और बुरी-नजर जैसी दुष्ट शक्तियों से रक्षा होती है।
इस चमत्कारी अमोघ यंत्र को धारण करने के लाभ:
१] जो इंसान इस यंत्र को लिखकर अपने पास रखता है उसकी सारी धार्मिक और संसारिक इच्छाएं और मनोकामनाएं पूरी हो जाती है और जीवन सफल होता है । यह एक अत्यंत गुणकारी यंत्र है जिसे धारण करने से सर्व बाधा और परेशानी से मुक्ति मिलती है और धारण करने वाले को किसी भी संकट या विपत्ति का सामना नहीं करना पड़ता है।
2] अगर कोई व्यक्ति अचानक उत्पन्न हुए संकट में फस चुका है तो यह यंत्र अपने पास रखने से ईश्वर की कृपा से जल्द संकट से छुटकारा मिलता है।
3] जब बीमार व्यक्ति पर दवाई का असर नहीं होता है या कम असर होता है, तब यह यंत्र धारण करने से भगवान के कृपा से बीमारी ठीक हो जाती है।
4] इस यंत्र को गले में धारण करने से भूत-प्रेत, बुरी नजर और हाय के साये से शीघ्र मुक्ति मिलती है। मन में से सर्व भय हट जाता है और शांत भय-मुक्त निद्रा आति है।
इस सर्व कार्यसिद्धि यंत्र को बनाकर धारण करने की विधि:
1] इस यंत्र को किसी भी शुभ दिन पर सवेरे स्नान करके सफेद कागज पर किसी भी रंग के स्याही के पेन या मार्कर से बनाया जा सकता है।
2] यंत्र बनाने के बाद उसकी पूजा करनी है और ईश्वर को प्रार्थना करके अपने जेब, बटुए या गले में धारण करना है।
इस चमत्कारी अमोघ यंत्र को धारण करने के लाभ:
१] जो इंसान इस यंत्र को लिखकर अपने पास रखता है उसकी सारी धार्मिक और संसारिक इच्छाएं और मनोकामनाएं पूरी हो जाती है और जीवन सफल होता है । यह एक अत्यंत गुणकारी यंत्र है जिसे धारण करने से सर्व बाधा और परेशानी से मुक्ति मिलती है और धारण करने वाले को किसी भी संकट या विपत्ति का सामना नहीं करना पड़ता है।
2] अगर कोई व्यक्ति अचानक उत्पन्न हुए संकट में फस चुका है तो यह यंत्र अपने पास रखने से ईश्वर की कृपा से जल्द संकट से छुटकारा मिलता है।
3] जब बीमार व्यक्ति पर दवाई का असर नहीं होता है या कम असर होता है, तब यह यंत्र धारण करने से भगवान के कृपा से बीमारी ठीक हो जाती है।
4] इस यंत्र को गले में धारण करने से भूत-प्रेत, बुरी नजर और हाय के साये से शीघ्र मुक्ति मिलती है। मन में से सर्व भय हट जाता है और शांत भय-मुक्त निद्रा आति है।
इस सर्व कार्यसिद्धि यंत्र को बनाकर धारण करने की विधि:
1] इस यंत्र को किसी भी शुभ दिन पर सवेरे स्नान करके सफेद कागज पर किसी भी रंग के स्याही के पेन या मार्कर से बनाया जा सकता है।
2] यंत्र बनाने के बाद उसकी पूजा करनी है और ईश्वर को प्रार्थना करके अपने जेब, बटुए या गले में धारण करना है।
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