इस पोस्ट में, मैंने एक शक्तिशाली आजमाए हुए यंत्र उपाय के बारे में लिखा है जिसका प्रयोग करने से साधक को शनि साढ़े साती, शनि ढैया, शनि की दशा, अंतर अंतर्दशा, महादशा या कुंडली में शनि ग्रह से जुड़े किसी भी प्रकार के दोष का निवारण होता है।
एक सिर्फ एक बार करने का शनि शांति यंत्र उपाय है जो साधक को हर तकलीफ और परेशानी से छुटकारा देता है और शनि देव की कृपा बनी रहती है।
इस शनि पीड़ा निवारण यंत्र प्रयोग को करने की विधि इस प्रकार से है: १] इस शनि दोष निवारण यंत्र को शनिवार के दिन पर सवेरे स्नान करने के बाद बनाना है। साधक को अपने इष्ट देवता और शनि देव को नमन करने के बाद इस यंत्र को एक काले रंग के कागज या काले रंग की चौकोर शीला पर कोयले से लिखना है।
२] इसके बाद, शनि पीड़ा या दोष से बाधित व्यक्ति के सिर के उपर इस यंत्र को दक्षिणवर्त दिशा यानी घड़ी की दिशा में ७ बार घुमाकर उसका उतरा करना है। अगर साधक खुद साढ़े साती से परेशान है तो उसे दूसरे किसी को भी उसके सिर का उतारा करने की विनती करनी है।
३] इसके बाद, साधक को उस यंत्र को एक कुए में विसर्जित करना है और बिना पीछे देखे वापिस अपने घर लौटना है और जीवन भर उस कुए का पानी नहीं पीना है।
यंत्र के अंक लिखने की चाल नहीं है और अंक किसी भी लिपि में काले कागज या शीला पर लिखे जा सकते है:
१०, ३, ८
५, ७, ९
६, ११,४
इस शनि दोष निवारण यंत्र उपाय का हिंदी वीडियो हमारे यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है: शनि ग्रह के सर्व दोष और पीड़ा निवारण यंत्र प्रयोग
इस शनि शांति यंत्र उपाय का अंग्रेजी आर्टिकल यहाँ पर देखा जा सकता है: Yantra Remedy for Relief from Shani Sade Sati.
एक सिर्फ एक बार करने का शनि शांति यंत्र उपाय है जो साधक को हर तकलीफ और परेशानी से छुटकारा देता है और शनि देव की कृपा बनी रहती है।
इस शनि पीड़ा निवारण यंत्र प्रयोग को करने की विधि इस प्रकार से है: १] इस शनि दोष निवारण यंत्र को शनिवार के दिन पर सवेरे स्नान करने के बाद बनाना है। साधक को अपने इष्ट देवता और शनि देव को नमन करने के बाद इस यंत्र को एक काले रंग के कागज या काले रंग की चौकोर शीला पर कोयले से लिखना है।
२] इसके बाद, शनि पीड़ा या दोष से बाधित व्यक्ति के सिर के उपर इस यंत्र को दक्षिणवर्त दिशा यानी घड़ी की दिशा में ७ बार घुमाकर उसका उतरा करना है। अगर साधक खुद साढ़े साती से परेशान है तो उसे दूसरे किसी को भी उसके सिर का उतारा करने की विनती करनी है।
३] इसके बाद, साधक को उस यंत्र को एक कुए में विसर्जित करना है और बिना पीछे देखे वापिस अपने घर लौटना है और जीवन भर उस कुए का पानी नहीं पीना है।
यंत्र के अंक लिखने की चाल नहीं है और अंक किसी भी लिपि में काले कागज या शीला पर लिखे जा सकते है:
१०, ३, ८
५, ७, ९
६, ११,४
इस शनि दोष निवारण यंत्र उपाय का हिंदी वीडियो हमारे यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है: शनि ग्रह के सर्व दोष और पीड़ा निवारण यंत्र प्रयोग
इस शनि शांति यंत्र उपाय का अंग्रेजी आर्टिकल यहाँ पर देखा जा सकता है: Yantra Remedy for Relief from Shani Sade Sati.
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