इस पोस्ट में, मैंने दो अति प्राचीन वेदों में बताए हुए प्रार्थना / मंत्रों के बारे में लिखा है जिनको बोलने से सर्व रोगों से मुक्ति मिलती है और हर प्रकार की बुरी और खतरनाक शक्तियों से रक्षा होती है। या दोनों अत्यंत शक्तिशाली और शीघ्र फलदाई प्रार्थना है, जिन्हे बोलने के लिए किसी भी प्रकार के नियम और बंधन नहीं है।
पहली प्रार्थना साँस या प्राण वायु और दूसरी प्रार्थना सूर्य देव या अग्नि देव को संबोधित की गई है।
अति प्राचीन सर्व रोग नाशक प्रार्थना: इस रोग और बीमारी हटाने की प्रार्थना को बोलने का तरीका: आवश्यकता के समय इस प्रार्थना को परम शांति से एक या ३ बार बोलें। अगर आप अपनी सेहत और स्वास्थ्य निरोगी और तंदुरुस्त रखना चाहते हो तो आप इस प्रार्थना को हर दिन बोल सकते हो।
जीवन देने वाली अमर श्वास,
साँस जो इस शरीर को जीवन देती है,
साँस जो इस तन को पोषित करती है,
वह साँस मैं हूं, मैं प्रसन्न होकर,
बाहर निकालने वाले साँस से,
इस शरीर को कष्ट देने वाले,
रोगों को मैं बाहर निकालता हूं।
नोट: इस प्राचीन वैदिक सर्व रोग और बीमारी नाशक प्रार्थना का हिंदी वीडियो हमारे आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: अति प्राचीन सर्व रोग नाशक प्रार्थना
इस वैदिक रोगों से मुक्ति पाने की प्रार्थना का अंग्रेजी आर्टिकल यहाँ पर देखा जा सकता है: Ancient Hindu Healing Prayer.
आत्म रखा के लिए अति प्राचीन वैदिक प्रार्थना: इस वैदिक प्रार्थना को बोलने से बुरी शक्तियों, दुष्ट आत्मा, राक्षस, बुरी नजर, शाप, बददुआ, शत्रु और गुप्त शत्रुओं का नाश होता है।
इस प्रार्थना को बोलने का सरल तरीका: इस प्रार्थना का वर्णन अथर्ववेद / Atharvaveda में पाया जाता है और जरूरत के समय इसे बोलना बहुत लाभदायक साबित होगा।
हे अग्नि देवता! मैं आपसे मेरी सहयता और रक्षा करने की विनती करता हूं।
हे! बुराई का नाश करने वाले और रोगों को भगाने वाले, भगवान!
पहली प्रार्थना साँस या प्राण वायु और दूसरी प्रार्थना सूर्य देव या अग्नि देव को संबोधित की गई है।
अति प्राचीन सर्व रोग नाशक प्रार्थना: इस रोग और बीमारी हटाने की प्रार्थना को बोलने का तरीका: आवश्यकता के समय इस प्रार्थना को परम शांति से एक या ३ बार बोलें। अगर आप अपनी सेहत और स्वास्थ्य निरोगी और तंदुरुस्त रखना चाहते हो तो आप इस प्रार्थना को हर दिन बोल सकते हो।
जीवन देने वाली अमर श्वास,
साँस जो इस शरीर को जीवन देती है,
साँस जो इस तन को पोषित करती है,
वह साँस मैं हूं, मैं प्रसन्न होकर,
बाहर निकालने वाले साँस से,
इस शरीर को कष्ट देने वाले,
रोगों को मैं बाहर निकालता हूं।
नोट: इस प्राचीन वैदिक सर्व रोग और बीमारी नाशक प्रार्थना का हिंदी वीडियो हमारे आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: अति प्राचीन सर्व रोग नाशक प्रार्थना
इस वैदिक रोगों से मुक्ति पाने की प्रार्थना का अंग्रेजी आर्टिकल यहाँ पर देखा जा सकता है: Ancient Hindu Healing Prayer.
आत्म रखा के लिए अति प्राचीन वैदिक प्रार्थना: इस वैदिक प्रार्थना को बोलने से बुरी शक्तियों, दुष्ट आत्मा, राक्षस, बुरी नजर, शाप, बददुआ, शत्रु और गुप्त शत्रुओं का नाश होता है।
इस प्रार्थना को बोलने का सरल तरीका: इस प्रार्थना का वर्णन अथर्ववेद / Atharvaveda में पाया जाता है और जरूरत के समय इसे बोलना बहुत लाभदायक साबित होगा।
हे अग्नि देवता! मैं आपसे मेरी सहयता और रक्षा करने की विनती करता हूं।
हे! बुराई का नाश करने वाले और रोगों को भगाने वाले, भगवान!
मैं आपसे मुझे परेशान करने वाले राक्षसों और दुष्ट आत्माओं को अपनी ज्वाला में भस्म करने की विनती करता हूं।
जो मुझे कोसते हैं उन्हें कुचल दो, जो शाप वे मुझे देते है वह उन पर ही पलटा दो।
जो मुझे नुकसान पहुँचाना चाहते हैं, उन्हें ही नुकसान पहुँचा दो।
नोट: इस प्राचीन वैदिक आत्म रक्षा प्रार्थना का हिंदी वीडियो हमारे यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है: शक्तिशाली आत्म रक्षा प्रार्थना
इस वैदिक प्रार्थना का अंग्रेजी आर्टिकल यहाँ पर देखा जा सकता है: Ancient Hindu Atharveda Prayer for Total Protection.
जो मुझे कोसते हैं उन्हें कुचल दो, जो शाप वे मुझे देते है वह उन पर ही पलटा दो।
जो मुझे नुकसान पहुँचाना चाहते हैं, उन्हें ही नुकसान पहुँचा दो।
नोट: इस प्राचीन वैदिक आत्म रक्षा प्रार्थना का हिंदी वीडियो हमारे यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है: शक्तिशाली आत्म रक्षा प्रार्थना
इस वैदिक प्रार्थना का अंग्रेजी आर्टिकल यहाँ पर देखा जा सकता है: Ancient Hindu Atharveda Prayer for Total Protection.
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