आज इस पोस्ट में, मैंने चंद्र या सूर्य ग्रहण / Lunar or Solar Eclipse के काल में अपने दुश्मन या दूसरे किसी भी दुष्ट इंसान को नष्ट करके उसकी तरफ से होने वाली सारी परेशानी, संकट और खतरों को तुरंत बंद करने के एक सरल और आसान लेकिन बहुत ही असरदार शत्रु विनाशक मंत्र के बारे में लिखा है।
इस मंत्र का ग्रहण काल में जाप करने से साधक एक या एक से अधिक दुश्मनों को या दुष्ट ईर्षावादी प्रतिद्वंदियों को नष्ट कर सकता है या उनका विनाश कर सकता है। इसलिए पूर्ण या आंशिक चंद्र और सूर्य ग्रहण के लिए वह एक बहुत ही सटीक शीघ्र फलदायी शत्रु विनाशक मंत्र है।
हलाकी, इस शत्रु नाशक मंत्र का प्रयोग किसी भी दिन पर किया जा सकता है, लेकिन ग्रहण काल में पृथ्वी की ऊर्जा के कंपन अधिक तीव्र होने के कारण ग्रहण काल में मंत्र का असर ज्यादा शक्तिशाली होता है। इस शत्रु नाशक मंत्र को बोलने के एक से ज्यादा तरीके है, लेकिन इस पोस्ट में बताया हुआ तरीका सबसे सरल और अचूक है।
इस शत्रु नाशक मंत्र का ग्रहण काल में जाप करने का तरीका इस प्रकार से है:
ग्रहण काल में शत्रु का नाम लेकर मंत्र का लगातार जाप करें। एक से ज्यादा शत्रु हो तो - मम सर्व शत्रु यह शब्द डालकर मंत्र बोलना है। मंत्र को जितनी तीव्रता और आत्मविश्वास के साथ बोला जाएगा, उतने जल्द मंत्र का असर होगा।
एक शत्रु को नष्ट करने के लिए मंत्र को इस प्रकार से बोलना है:
ॐ नमो काल रूपाय [ दुश्मन का नाम ] भस्मी कुरु कुरु स्वाहा ||
Om Namo Kaal Rupaya [ Name of Enemy ] Bhasmi Kuru Kuru Swaha ||
एक से ज्यादा शत्रुओं का नाश करने के लिए मंत्र को इस तरह से बोलें:
ॐ नमो काल रूपाय [ मम सर्व शत्रु ] भस्मी कुरु कुरु स्वाहा ||
Om Namo Kaal Rupaya [ Mam Sarva Shatru ] Bhasmi Kuru Kuru Swaha ||
नोट: इस ग्रहण काल में दुश्मन का विनाश करने के मंत्र को आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: ग्रहण काल में सारे दुश्मनों को खत्म करने का सटीक शत्रु नाशक मंत्र
इस मंत्र का ग्रहण काल में जाप करने से साधक एक या एक से अधिक दुश्मनों को या दुष्ट ईर्षावादी प्रतिद्वंदियों को नष्ट कर सकता है या उनका विनाश कर सकता है। इसलिए पूर्ण या आंशिक चंद्र और सूर्य ग्रहण के लिए वह एक बहुत ही सटीक शीघ्र फलदायी शत्रु विनाशक मंत्र है।
हलाकी, इस शत्रु नाशक मंत्र का प्रयोग किसी भी दिन पर किया जा सकता है, लेकिन ग्रहण काल में पृथ्वी की ऊर्जा के कंपन अधिक तीव्र होने के कारण ग्रहण काल में मंत्र का असर ज्यादा शक्तिशाली होता है। इस शत्रु नाशक मंत्र को बोलने के एक से ज्यादा तरीके है, लेकिन इस पोस्ट में बताया हुआ तरीका सबसे सरल और अचूक है।
इस शत्रु नाशक मंत्र का ग्रहण काल में जाप करने का तरीका इस प्रकार से है:
ग्रहण काल में शत्रु का नाम लेकर मंत्र का लगातार जाप करें। एक से ज्यादा शत्रु हो तो - मम सर्व शत्रु यह शब्द डालकर मंत्र बोलना है। मंत्र को जितनी तीव्रता और आत्मविश्वास के साथ बोला जाएगा, उतने जल्द मंत्र का असर होगा।
एक शत्रु को नष्ट करने के लिए मंत्र को इस प्रकार से बोलना है:
ॐ नमो काल रूपाय [ दुश्मन का नाम ] भस्मी कुरु कुरु स्वाहा ||
Om Namo Kaal Rupaya [ Name of Enemy ] Bhasmi Kuru Kuru Swaha ||
एक से ज्यादा शत्रुओं का नाश करने के लिए मंत्र को इस तरह से बोलें:
ॐ नमो काल रूपाय [ मम सर्व शत्रु ] भस्मी कुरु कुरु स्वाहा ||
Om Namo Kaal Rupaya [ Mam Sarva Shatru ] Bhasmi Kuru Kuru Swaha ||
नोट: इस ग्रहण काल में दुश्मन का विनाश करने के मंत्र को आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: ग्रहण काल में सारे दुश्मनों को खत्म करने का सटीक शत्रु नाशक मंत्र
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