इस पोस्ट में, मैंने शत्रु या किसी भी दुष्ट व्यक्ति को भगाने के अघोरी शाबर उच्चाटन मंत्र उपाय के बारे में बताया है जिसमें इंसानी हड्डी / Human Bone का उपयोग किया जाता है। ऐसे खतरनाक उच्चाटन मंत्र उपाय अघोर पंथ के साधक और अघोरी साधु करते है क्योंकि उनके पास इंसानी हड्डियाँ उपलब्ध होती है।
लेकिन इस अघोरी उच्चाटन मंत्र उपाय की एक अच्छी बात है की इसे फिर से पालटाकर उच्चाटन किए हुए शत्रुओं या लोगों को फिर से वापिस लाया जा सकता है, यानी की उच्चाटन मंत्र के असर को खत्म किया जा सकता है।
इस अघोरी शाबर उच्चाटन मंत्र उपाय का प्रयोग करने की विधि इस प्रकार से है: १] इस शाबर उच्चाटन मंत्र प्रयोग के साथ कोई भी नियम जुड़े हुए नहीं है और इस प्रयोग को किसी भी दिन गुप्तता के साथ किया जा सकता है।
२] साधक को एक सात अंगुल लम्बी इंसानी हड्डी लेनी है और उसे अपने सामने रखकर उसको देखकर जिसका / जिनका उच्चाटन करना है उनके नाम लेकर आगे बताए शाबर उच्चाटन मंत्र का १००० बार उच्चारण करना है। इस विधि के इंसानी हड्डी उच्चाटन मंत्र की शक्ति से अभिमंत्रित हो जाती है।
मंत्र
ह्रां ह्रीं ह्रं फट् ठः ठः ठ: ||
Mantra
Hraam Hreem Hram Phat Thah Thah Thah ||
३] फिर, साधक ने अत्यंत सावधानी और गुप्तता के साथ उस उच्चाटन मंत्र अभिमंत्रित इंसानी हड्डी को शत्रु के घर / आँगन में गाड़ देना है और बिना पीछे देखे फिर से अपने घर वापिस लौटना है। ऐसा करने से उस इंसान / इंसानों का उच्चाटन हो जाता है।
उच्चाटन खत्म करने के लिए: साधक को उस इंसानी हड्डी को फिर से गड्डे में से निकाल लेना है और दूर कहीं पर फेंक देनी है या पानी में विसर्जित करनी है। इससे जिसका / जिनका उच्चाटन हुआ है वह वापिस आ जाते है और सब कुछ पहले जैसा हो जाता है।
लेकिन इस अघोरी उच्चाटन मंत्र उपाय की एक अच्छी बात है की इसे फिर से पालटाकर उच्चाटन किए हुए शत्रुओं या लोगों को फिर से वापिस लाया जा सकता है, यानी की उच्चाटन मंत्र के असर को खत्म किया जा सकता है।
इस अघोरी शाबर उच्चाटन मंत्र उपाय का प्रयोग करने की विधि इस प्रकार से है: १] इस शाबर उच्चाटन मंत्र प्रयोग के साथ कोई भी नियम जुड़े हुए नहीं है और इस प्रयोग को किसी भी दिन गुप्तता के साथ किया जा सकता है।
२] साधक को एक सात अंगुल लम्बी इंसानी हड्डी लेनी है और उसे अपने सामने रखकर उसको देखकर जिसका / जिनका उच्चाटन करना है उनके नाम लेकर आगे बताए शाबर उच्चाटन मंत्र का १००० बार उच्चारण करना है। इस विधि के इंसानी हड्डी उच्चाटन मंत्र की शक्ति से अभिमंत्रित हो जाती है।
मंत्र
ह्रां ह्रीं ह्रं फट् ठः ठः ठ: ||
Mantra
Hraam Hreem Hram Phat Thah Thah Thah ||
३] फिर, साधक ने अत्यंत सावधानी और गुप्तता के साथ उस उच्चाटन मंत्र अभिमंत्रित इंसानी हड्डी को शत्रु के घर / आँगन में गाड़ देना है और बिना पीछे देखे फिर से अपने घर वापिस लौटना है। ऐसा करने से उस इंसान / इंसानों का उच्चाटन हो जाता है।
उच्चाटन खत्म करने के लिए: साधक को उस इंसानी हड्डी को फिर से गड्डे में से निकाल लेना है और दूर कहीं पर फेंक देनी है या पानी में विसर्जित करनी है। इससे जिसका / जिनका उच्चाटन हुआ है वह वापिस आ जाते है और सब कुछ पहले जैसा हो जाता है।
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