इस पोस्ट में मेरे द्वारा वर्णित यह शक्ति वशीकरण मंत्र प्रयोग दुनिया के सबसे शक्तिशाली वशीकरण मंत्र प्रयोगों में से एक प्रयोग है। इस वशीकरण मंत्र का उपयोग केवल शुद्ध और निःस्वार्थ उद्देश्यों के लिए किया जाना चाहिए क्योंकि यह वशीकरण मंत्र तांत्रिक देवी उच्छिष्ट चांडालिनी का आह्वान करता है। उच्चिष्ट चांडालिनी, मातंगी माता का दूसरा नाम है, जो दशा महाविद्या की १० महान और सबसे शक्तिशाली देवियों में से एक है।
सबसे पहले, मुझे यह बताना होगा कि इस वशीकरण मंत्र का प्रयोग मूर्खतापूर्ण उद्देश्यों के लिए या केवल क्या होता है यह देखने के लिए नहीं किया जाना चाहिए है। मूर्ख और बेवकूफ लोगों ने इस अद्भुत वशीकरण मंत्र उपाय से दूर रहना चाहिए क्योंकि यह लोग अपना मानसिक संतुलन खो सकते हैं और पागल बन सकते हैं।
उच्चिष्ट चाण्डालिनी वशीकरण मंत्र प्रयोग करने की विधि इस प्रकार से है:
१] उच्छिष्ट चांडालिनी वशीकरण मंत्र प्रयोग किसी भी दिन शुरू किया जा सकता है।
२] साधक को अपना दोपहर या रात का भोजन करने के बाद, बचे हुए चावल का एक छोटा सा हिस्सा लेना है और इस पोस्ट में दिए गए चांडालिनी वशीकरण मंत्र का जाप करना है और फिर चावल को एक तरफ रख देना है। उसके बाद के दिनों के लिए उसी समय के भोजन यानी की दोपहर या रात के भोजन के लिए यह उच्छिष्ट चांडालिनी वशीकरण मंत्र साधना जारी रखनी चाहिए। मंत्र में अमुकी इस शब्द के स्थान पर वांछित व्यक्ति के नाम लेकर मंत्र को बोलना चाहिए।
३] अगले ९ दिन [कुल १० दिन] तक यही तंत्र दोहराना है।
४] फिर, १० दिनों के चावलों को इकट्ठा करके मिलाना है।
५] इसके बाद, भोजपत्र पर अष्टगंध की स्याही से एक नुकीले लकड़ी के टुकड़े से अमुकी के स्थान पर वांछित महिला या पुरुष का नाम लिखकर उच्छिष्ट चांडालिनी मंत्र लिखना है।
६] फिर, भोजपत्र की धूप/दीप से पूजा करनी है और भोजपत्र को अपने आसन [सीट] के नीचे रखकर रुद्राक्ष जप माला से वशीकरण मंत्र का कम से कम १० माला जाप करना है।
७] अंत में चावल का एक दाना मनचाहे व्यक्ति के भोजन में मिलाना है।
वशीकरण तंत्र के अनुसार यह उच्चिष्ट चाण्डालिनी वशीकरण मंत्र प्रयोग वांछित व्यक्ति को पूरी तरह से मंत्रमुग्ध कर देता है और वह स्त्री या पुरुष साधक से मोहित हो जाता है और साधक की हर इच्छा या आज्ञा का एक सेवक की तरह पालन करने लगता है।
बचे हुए चावलों को बहते हुए पानी में विसर्जित करना है और भोजपत्र को पूजा-स्थल में रखना चाहिए।
नोट: इस अमोघ उच्छिष्ट चाण्डालिनी वशीकरण मंत्र का अंग्रेजी आर्टिकल: Most Powerful Ucchista Chandalini Vashikaran Mantra Sadhana
सबसे पहले, मुझे यह बताना होगा कि इस वशीकरण मंत्र का प्रयोग मूर्खतापूर्ण उद्देश्यों के लिए या केवल क्या होता है यह देखने के लिए नहीं किया जाना चाहिए है। मूर्ख और बेवकूफ लोगों ने इस अद्भुत वशीकरण मंत्र उपाय से दूर रहना चाहिए क्योंकि यह लोग अपना मानसिक संतुलन खो सकते हैं और पागल बन सकते हैं।
उच्चिष्ट चाण्डालिनी वशीकरण मंत्र प्रयोग करने की विधि इस प्रकार से है:
१] उच्छिष्ट चांडालिनी वशीकरण मंत्र प्रयोग किसी भी दिन शुरू किया जा सकता है।
२] साधक को अपना दोपहर या रात का भोजन करने के बाद, बचे हुए चावल का एक छोटा सा हिस्सा लेना है और इस पोस्ट में दिए गए चांडालिनी वशीकरण मंत्र का जाप करना है और फिर चावल को एक तरफ रख देना है। उसके बाद के दिनों के लिए उसी समय के भोजन यानी की दोपहर या रात के भोजन के लिए यह उच्छिष्ट चांडालिनी वशीकरण मंत्र साधना जारी रखनी चाहिए। मंत्र में अमुकी इस शब्द के स्थान पर वांछित व्यक्ति के नाम लेकर मंत्र को बोलना चाहिए।
३] अगले ९ दिन [कुल १० दिन] तक यही तंत्र दोहराना है।
४] फिर, १० दिनों के चावलों को इकट्ठा करके मिलाना है।
५] इसके बाद, भोजपत्र पर अष्टगंध की स्याही से एक नुकीले लकड़ी के टुकड़े से अमुकी के स्थान पर वांछित महिला या पुरुष का नाम लिखकर उच्छिष्ट चांडालिनी मंत्र लिखना है।
६] फिर, भोजपत्र की धूप/दीप से पूजा करनी है और भोजपत्र को अपने आसन [सीट] के नीचे रखकर रुद्राक्ष जप माला से वशीकरण मंत्र का कम से कम १० माला जाप करना है।
७] अंत में चावल का एक दाना मनचाहे व्यक्ति के भोजन में मिलाना है।
वशीकरण तंत्र के अनुसार यह उच्चिष्ट चाण्डालिनी वशीकरण मंत्र प्रयोग वांछित व्यक्ति को पूरी तरह से मंत्रमुग्ध कर देता है और वह स्त्री या पुरुष साधक से मोहित हो जाता है और साधक की हर इच्छा या आज्ञा का एक सेवक की तरह पालन करने लगता है।
बचे हुए चावलों को बहते हुए पानी में विसर्जित करना है और भोजपत्र को पूजा-स्थल में रखना चाहिए।
नोट: इस अमोघ उच्छिष्ट चाण्डालिनी वशीकरण मंत्र का अंग्रेजी आर्टिकल: Most Powerful Ucchista Chandalini Vashikaran Mantra Sadhana
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