इस पोस्ट में, मैंने अपने व्यवसाय में से परेशानियाँ, बाधा और शत्रु भय से मुक्ति पाकर, धंधे में सफलता पाने के पीपल से पेड़, जड़ और पत्तों से किए जाने वाले पांच सरल और आसान, लेकिनअत्यंत शक्तिशाली उपायों के बारे में जानकारी दी है।
१] पहला उपाय: इस उपाय को सोमवार के दिन स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करके करना है। साधक को पीपल के पेड़ का एक पत्ता लेना है और उस पत्ते को पानी में डुबोकर साफ करना है।
पत्ता सूखने के बाद उस पर अष्टगंध की स्याही से एक नुकीले लकड़ी के टुकड़े से || श्री रामाय नमः || इस प्रभु श्री राम जी के मंत्र को लिखकर अपने मकान, दुकान या ऑफिस में किसी भी स्वच्छ स्थान पर रखना है। इस सरल प्रयोग को करने से सर्व प्रकार की व्यवसायिक समस्या, धन की कमी, ग्राहकों की कमी, धंधे में घाटा और अन्य दूसरे परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
२] दूसरा उपाय: किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार के दिन साधक को स्नान करके साफ कपड़े पहनकर श्याम के समय अंधेरा होने के बाद किसी भी मंदिर में स्थित पीपल के पेड़ के पास जाना है और पीपल के पेड़े के सामने धूप या अगरवत्ती प्रज्वलित करके थोड़ी सी शक्कर, बताशे ओर मिठाई पीपल के पेड़ को अर्पित करनी है।
इस उपाय को लगातार सात सोमवार करना है। इस उपाय से धंधे में तरक्की होती है और धन, ग्राहकों का आकर्षण होने लगता है।
३] तीसरा उपाय: साधक को किसी पर्वकाल के शनिवार के दिन स्नान करके साफ कपड़े धारण करके पीपल के पेड़ का एक पत्ता तोड़ कर अपने घर लाना है । और, उसे दूध ओर गंगाजल से धोकर अपने बैठने के स्थान या गद्दी के नीचे रखना है।
इस उपाय को लगातार ९ शनिवार करना है और ९ वे शनिवार के दिन पर को पत्ता रखने के कुछ देर बाद सर्व ९ पत्तों को बाहर निकालकर उन पर सफेद चंदन की स्याही से एक नुकीले लकड़ी के टुकड़े से || श्री जय वीर हनुमान || इस हनुमान जी के मंत्र को लिखना है।
और फिर, उन ९ पत्तों को एके-एक कर के बहते हुए जल में विसर्जित करना है । जीतने जल्द पीपल के पत्ते बहने लगेंगे उतनी जल्द साधक का धंधा तरक्की करने लगेगा।
४] चौथा उपाय: अगर बिजनेस में शत्रु या गुप्त-शत्रु है तो लगातार सात शनिवार को सूर्यास्त होने के बाद पीपल के पेड़ को जल अर्पित करें। ऐसा करने से दुश्मन के अस्त्र-शस्त्र से रक्षा होती है।
५] पांचवा उपाय: अगर भूत-प्रेत, आत्मा या शत्रुओं के जादू-टोन के भय के कारण रात को अच्छी नींद नहीं आती है, तब सोते समय अपने सिर के पास पीपल के पेड़ के जड़ का एक छोटा स टुकड़ा रखकर सो जाए।
१] पहला उपाय: इस उपाय को सोमवार के दिन स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करके करना है। साधक को पीपल के पेड़ का एक पत्ता लेना है और उस पत्ते को पानी में डुबोकर साफ करना है।
पत्ता सूखने के बाद उस पर अष्टगंध की स्याही से एक नुकीले लकड़ी के टुकड़े से || श्री रामाय नमः || इस प्रभु श्री राम जी के मंत्र को लिखकर अपने मकान, दुकान या ऑफिस में किसी भी स्वच्छ स्थान पर रखना है। इस सरल प्रयोग को करने से सर्व प्रकार की व्यवसायिक समस्या, धन की कमी, ग्राहकों की कमी, धंधे में घाटा और अन्य दूसरे परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
२] दूसरा उपाय: किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले सोमवार के दिन साधक को स्नान करके साफ कपड़े पहनकर श्याम के समय अंधेरा होने के बाद किसी भी मंदिर में स्थित पीपल के पेड़ के पास जाना है और पीपल के पेड़े के सामने धूप या अगरवत्ती प्रज्वलित करके थोड़ी सी शक्कर, बताशे ओर मिठाई पीपल के पेड़ को अर्पित करनी है।
इस उपाय को लगातार सात सोमवार करना है। इस उपाय से धंधे में तरक्की होती है और धन, ग्राहकों का आकर्षण होने लगता है।
३] तीसरा उपाय: साधक को किसी पर्वकाल के शनिवार के दिन स्नान करके साफ कपड़े धारण करके पीपल के पेड़ का एक पत्ता तोड़ कर अपने घर लाना है । और, उसे दूध ओर गंगाजल से धोकर अपने बैठने के स्थान या गद्दी के नीचे रखना है।
इस उपाय को लगातार ९ शनिवार करना है और ९ वे शनिवार के दिन पर को पत्ता रखने के कुछ देर बाद सर्व ९ पत्तों को बाहर निकालकर उन पर सफेद चंदन की स्याही से एक नुकीले लकड़ी के टुकड़े से || श्री जय वीर हनुमान || इस हनुमान जी के मंत्र को लिखना है।
और फिर, उन ९ पत्तों को एके-एक कर के बहते हुए जल में विसर्जित करना है । जीतने जल्द पीपल के पत्ते बहने लगेंगे उतनी जल्द साधक का धंधा तरक्की करने लगेगा।
४] चौथा उपाय: अगर बिजनेस में शत्रु या गुप्त-शत्रु है तो लगातार सात शनिवार को सूर्यास्त होने के बाद पीपल के पेड़ को जल अर्पित करें। ऐसा करने से दुश्मन के अस्त्र-शस्त्र से रक्षा होती है।
५] पांचवा उपाय: अगर भूत-प्रेत, आत्मा या शत्रुओं के जादू-टोन के भय के कारण रात को अच्छी नींद नहीं आती है, तब सोते समय अपने सिर के पास पीपल के पेड़ के जड़ का एक छोटा स टुकड़ा रखकर सो जाए।
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