इस पोस्ट में बताया हुआ मंत्र, एक अत्यंत शक्तिशाली और शीघ्र फलदायी कार्य सिद्धि या मनोकामना पूर्ति शाबर मंत्र है। इस शाबर मंत्र का प्रयोग करने से किसी भी इच्छा या मनोरथ की पूर्ति हो जाती है, इसलिके इस मंत्र की गिनती सबसे शक्तिशाली मनोकामना पूर्ति मंत्रों में की जाती है।
इस शाबर मनोकामना पूर्ति मंत्र में प्रचंड शक्ति है और बहुत सारे सच्चे साधकों ने इस शाबर मंत्र की शक्ति आजमाई है। और इस मंत्र का उपयोग करने के लिए कठिन नियम और पूजा-अर्चना नहीं है, इसलिए कोई भी व्यक्ति इस शाबर मंत्र का बिना परेशानी से प्रयोग कर के अपने मनोरथ पूरे कर सकता है।
इस शाबर मनोकामना पूर्ति मंत्र का प्रयोग करने का तरीका: १] इस मंत्र जाप को किसी भी दिन पर शुरू किया जा सकता है। और मंत्र जाप २१ दिनों के लिए रात को दस से बारह बजे के बीच करना है या ब्रह्म मुहूर्त, यानी रात का आखिरी प्रहार जो लगभग सुबह ४ से ५.३० बजे तक होता है, इन दोनों कालों में से किसी भी एक काल में किया जा सकता है।
२] और साधक ने, २१ दिनों के लिए उसी काल में यह मंत्र जाप करना है। यानी की अगर वह पहले दिन मंत्र को रात को १० से १२ बजे तक बोलेगा तो उसने अगले २० दिनों के लिए मंत्र जाप उसी काल में करना है। या अगर पहले दिन मंत्र को ब्रह्म मुहूर्त में बोलेगा तो अगले २० दिनों के लिए मंत्र जाप ब्रह्म मुहूर्त में ही करना है।
३] साधक को शांत चीत से बैठ कर आगे बताए हुए शाबर मनोकामना पूर्ति मंत्र को १ माला यानी की १०८ बार बोलना है। मंत्र बोलते समय अमुक इस शब्द के जगह साधक को उस मनोकामना या कार्य का उच्चारण करना है।
मंत्र
ॐ नमो महाशाबरी शक्ति मम अरिष्ट निवाराय निवाराय |
मम् (अमुक) कार्य सिद्ध कुरू कुरू स्वाहा ||
Mantra
Om Namo Mahashaabari Shakti Mam Aarisht Nivaaraaya Nivaaraaya |
Mam [ Amuk ] Karya Siddh Kuru Kuru Swaha ||
इस शाबर मनोकामना पूर्ति मंत्र में प्रचंड शक्ति है और बहुत सारे सच्चे साधकों ने इस शाबर मंत्र की शक्ति आजमाई है। और इस मंत्र का उपयोग करने के लिए कठिन नियम और पूजा-अर्चना नहीं है, इसलिए कोई भी व्यक्ति इस शाबर मंत्र का बिना परेशानी से प्रयोग कर के अपने मनोरथ पूरे कर सकता है।
इस शाबर मनोकामना पूर्ति मंत्र का प्रयोग करने का तरीका: १] इस मंत्र जाप को किसी भी दिन पर शुरू किया जा सकता है। और मंत्र जाप २१ दिनों के लिए रात को दस से बारह बजे के बीच करना है या ब्रह्म मुहूर्त, यानी रात का आखिरी प्रहार जो लगभग सुबह ४ से ५.३० बजे तक होता है, इन दोनों कालों में से किसी भी एक काल में किया जा सकता है।
२] और साधक ने, २१ दिनों के लिए उसी काल में यह मंत्र जाप करना है। यानी की अगर वह पहले दिन मंत्र को रात को १० से १२ बजे तक बोलेगा तो उसने अगले २० दिनों के लिए मंत्र जाप उसी काल में करना है। या अगर पहले दिन मंत्र को ब्रह्म मुहूर्त में बोलेगा तो अगले २० दिनों के लिए मंत्र जाप ब्रह्म मुहूर्त में ही करना है।
३] साधक को शांत चीत से बैठ कर आगे बताए हुए शाबर मनोकामना पूर्ति मंत्र को १ माला यानी की १०८ बार बोलना है। मंत्र बोलते समय अमुक इस शब्द के जगह साधक को उस मनोकामना या कार्य का उच्चारण करना है।
मंत्र
ॐ नमो महाशाबरी शक्ति मम अरिष्ट निवाराय निवाराय |
मम् (अमुक) कार्य सिद्ध कुरू कुरू स्वाहा ||
Mantra
Om Namo Mahashaabari Shakti Mam Aarisht Nivaaraaya Nivaaraaya |
Mam [ Amuk ] Karya Siddh Kuru Kuru Swaha ||
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