कई बार एक बीमार व्यक्ति को कौन सा रोग या बीमारी हुई है इसका निदान नहीं होता है। ऐसी कठिन परिस्थिति में मरीज का इलाज करना मुश्किल होता है और उसे कोन सी दवाईयां देना यह मालूम नहीं पड़ता है।
इस गंभीर समस्या के निवारण के लिए आज इस पोस्ट में, मैंने एक अत्यंत अद्भुत और शक्तिशाली शाबर रोग नाशक मंत्र के बारे में जानकारी दी है जो अनजाने या अज्ञात रोगों या बीमारी से परेशान रोगी को भी आराम देता है।
इस शाबर रोग मुक्ति मंत्र पर सिद्धि पाने का तरीका: हो सके तो किसी भी शुभ मुहूर्त, शुभ तिथि, शुभ योग-नक्षत्र या हिन्दु त्योहार के पावन अवसर पर इस मंत्र को १०८ बोलकर सिद्ध करें। पुजा-विधि करने की आवश्यकता नहीं है और दुसरे किसी भी प्रकार के नियम और बंधन नहीं है। साधक मंत्र जाप की गिनती करने के लिए रुद्राक्ष जाप माला या दुसरी किसी भी माला का इस्तेमाल कर सकता है।
इस शाबर मंत्र को बोलने का तरीका: मंत्र सिद्ध होने के बाद साधक को रोगी को अपने सामने लेटाकर, बिठाकर या खडा करके उस को मोर पंख से झाड़ा देते हुए मंत्र को सिर्फ १ बार बोलना है । ऐसा लगातार ७ बार करना है । अगर साधक खुद रोगी है तो उसे मंत्र बोलते हुए अपने शरीर का मोर पंख से झाड़ा / उतारा करना है। शाबर मंत्र में अमुक इस शब्द के जगह साधक को रोगी का नाम लेना है या अगर वह खुद का इलाज कर रहा है तब खुद का नाम लेना है।
शाबर रोग नाशक मंत्र:
ॐ नमो आदेश गुरु का। काली कमली वाला श्याम। उसको कहते हैं घनश्याम। रोगनाशे, शोकनाशे। नहीं तो कृष्ण की आन। राधा मीरा मनावे। [अमुक] का रोग जावे।
Shabar Healing Mantra:
Om Namo Aadesh Guru Ka | Kali Kamali Vala Shyam | Usko Kahate Hain Ghanashyam | Rognashe, Shoknashe | Nahin To Krishna Ki Aan | Radha Meera Manaave | [Amuk] Ka Rog Jaave |
नोट: अगर आप इस शाबर रोग नाशक मंत्र का प्रयोग करना चाहते हो तो इसका प्रयोग अपने डॉक्टरी इलाज और मेडिसिन के साथ-साथ करें।
इस शाबर रोग नाशक मंत्र प्रयोग का वीडियो आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: अनजाने रोगों के इलाज का चमत्कारी शाबर मंत्र
इस गंभीर समस्या के निवारण के लिए आज इस पोस्ट में, मैंने एक अत्यंत अद्भुत और शक्तिशाली शाबर रोग नाशक मंत्र के बारे में जानकारी दी है जो अनजाने या अज्ञात रोगों या बीमारी से परेशान रोगी को भी आराम देता है।
इस शाबर रोग मुक्ति मंत्र पर सिद्धि पाने का तरीका: हो सके तो किसी भी शुभ मुहूर्त, शुभ तिथि, शुभ योग-नक्षत्र या हिन्दु त्योहार के पावन अवसर पर इस मंत्र को १०८ बोलकर सिद्ध करें। पुजा-विधि करने की आवश्यकता नहीं है और दुसरे किसी भी प्रकार के नियम और बंधन नहीं है। साधक मंत्र जाप की गिनती करने के लिए रुद्राक्ष जाप माला या दुसरी किसी भी माला का इस्तेमाल कर सकता है।
इस शाबर मंत्र को बोलने का तरीका: मंत्र सिद्ध होने के बाद साधक को रोगी को अपने सामने लेटाकर, बिठाकर या खडा करके उस को मोर पंख से झाड़ा देते हुए मंत्र को सिर्फ १ बार बोलना है । ऐसा लगातार ७ बार करना है । अगर साधक खुद रोगी है तो उसे मंत्र बोलते हुए अपने शरीर का मोर पंख से झाड़ा / उतारा करना है। शाबर मंत्र में अमुक इस शब्द के जगह साधक को रोगी का नाम लेना है या अगर वह खुद का इलाज कर रहा है तब खुद का नाम लेना है।
शाबर रोग नाशक मंत्र:
ॐ नमो आदेश गुरु का। काली कमली वाला श्याम। उसको कहते हैं घनश्याम। रोगनाशे, शोकनाशे। नहीं तो कृष्ण की आन। राधा मीरा मनावे। [अमुक] का रोग जावे।
Shabar Healing Mantra:
Om Namo Aadesh Guru Ka | Kali Kamali Vala Shyam | Usko Kahate Hain Ghanashyam | Rognashe, Shoknashe | Nahin To Krishna Ki Aan | Radha Meera Manaave | [Amuk] Ka Rog Jaave |
नोट: अगर आप इस शाबर रोग नाशक मंत्र का प्रयोग करना चाहते हो तो इसका प्रयोग अपने डॉक्टरी इलाज और मेडिसिन के साथ-साथ करें।
इस शाबर रोग नाशक मंत्र प्रयोग का वीडियो आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: अनजाने रोगों के इलाज का चमत्कारी शाबर मंत्र
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