आज इस पोस्ट में, मैंने शूकर दंत का इस्तेमाल करके एक ऐसे अद्भुत और चमत्कारी शाबर मंत्र उपाय के बारे में लिखा है जिस से साधक की हर संकट और खतरे से रक्षा होती है और वह सर्वजनों यानी की सर्व स्त्री और पुरुषों का प्रचंड वशीकरण कर सकता है।
शूकर दंत / वराह दंत एक सूअर का दांत होता है जिसमें शक्तिशाली जादुई गुण होते है इसलिए उसका तांत्रिक प्रयोगों और टोने, टोकके और उपायों में इस्तेमाल किया जाता है।
इस शाबर वाराह-दन्त मंत्र प्रयोग के लाभ: १] वाराह-दन्त ताबीज धारण करने से साधक पर शक्तिशाली से शक्तिशाली काला जादू-टोना, तांत्रिक प्रयोग, बुरी नजर, शाप, हाय-बददुआ, भूत-प्रेत और अन्य किसी भी नेगेटिवे शक्ति का असर नहीं होता है। और साधक हर अदृश शक्ति, बला,और खतरे से हमेशा सुरक्षित रहता है।
२] वाराह-दन्त ताबीज धारण करने के बाद साधक सर्व लोगों को सम्मोहित कर सकता है और सर्वजन उसके भयंकर वशीकरण के बंधन में आ जाते है और उसके साथ हर काम में सहयोग करने लगते है।
३] वाराह-दन्त ताबीज के प्रभाव से साधक रोगों और बीमारियों से मुक्त हो जाता है, उसे कानूनी मामलों, मुकदमा, कोर्ट-कचहरी में सफलता और जीत प्राप्त होती है।
४] साधक की नौकरी-व्यापार में तरक्की होती है, धन का आकर्षण होता है और वह अपने शत्रुओं को पराजीत कर सकता है और उसे हर तनाव, भए और चिंता से मुक्ति मिल जाती है।
इस शाबर शूकर दंत मंत्र प्रयोग को करने का तरीका: १] साधक इस शाबर मंत्र प्रयोग को होली, दिवाली, दशहरा / विजयादशमी, नवरात्रि या अन्य किसी भी हिन्दु त्योहार के दिन पर कर सकता है।
२] उसने शूकर दंत को अपने सामने रखना है और उसके सामने धूप / अगरबत्ती और दिया प्रज्वलित करके रुद्राक्ष या अन्य किसी भी जाप माल का इस्तेमाल करके आगे बताए हुए शाबर मंत्र को १ माल यानी १०८ बार बोलना है।
मंत्र
ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं वाराह-दन्ताय भैरवाय नमः ||
Mantra
Om Hreem Kleem Shreem Vaaraaha-Dantaaya Bhairavaaya Namah ||
३] ऐसा करने से शूकर दंत शाबर मंत्र के शक्ति से अभिमंत्रित हो जाता है। इसके बाद उसने उस मंत्र अभिमंत्रित शूकर दंत को अपने गले में एक ताबीज करके धारण करना है।
शूकर दंत / वराह दंत एक सूअर का दांत होता है जिसमें शक्तिशाली जादुई गुण होते है इसलिए उसका तांत्रिक प्रयोगों और टोने, टोकके और उपायों में इस्तेमाल किया जाता है।
इस शाबर वाराह-दन्त मंत्र प्रयोग के लाभ: १] वाराह-दन्त ताबीज धारण करने से साधक पर शक्तिशाली से शक्तिशाली काला जादू-टोना, तांत्रिक प्रयोग, बुरी नजर, शाप, हाय-बददुआ, भूत-प्रेत और अन्य किसी भी नेगेटिवे शक्ति का असर नहीं होता है। और साधक हर अदृश शक्ति, बला,और खतरे से हमेशा सुरक्षित रहता है।
२] वाराह-दन्त ताबीज धारण करने के बाद साधक सर्व लोगों को सम्मोहित कर सकता है और सर्वजन उसके भयंकर वशीकरण के बंधन में आ जाते है और उसके साथ हर काम में सहयोग करने लगते है।
३] वाराह-दन्त ताबीज के प्रभाव से साधक रोगों और बीमारियों से मुक्त हो जाता है, उसे कानूनी मामलों, मुकदमा, कोर्ट-कचहरी में सफलता और जीत प्राप्त होती है।
४] साधक की नौकरी-व्यापार में तरक्की होती है, धन का आकर्षण होता है और वह अपने शत्रुओं को पराजीत कर सकता है और उसे हर तनाव, भए और चिंता से मुक्ति मिल जाती है।
इस शाबर शूकर दंत मंत्र प्रयोग को करने का तरीका: १] साधक इस शाबर मंत्र प्रयोग को होली, दिवाली, दशहरा / विजयादशमी, नवरात्रि या अन्य किसी भी हिन्दु त्योहार के दिन पर कर सकता है।
२] उसने शूकर दंत को अपने सामने रखना है और उसके सामने धूप / अगरबत्ती और दिया प्रज्वलित करके रुद्राक्ष या अन्य किसी भी जाप माल का इस्तेमाल करके आगे बताए हुए शाबर मंत्र को १ माल यानी १०८ बार बोलना है।
मंत्र
ॐ ह्रीं क्लीं श्रीं वाराह-दन्ताय भैरवाय नमः ||
Mantra
Om Hreem Kleem Shreem Vaaraaha-Dantaaya Bhairavaaya Namah ||
३] ऐसा करने से शूकर दंत शाबर मंत्र के शक्ति से अभिमंत्रित हो जाता है। इसके बाद उसने उस मंत्र अभिमंत्रित शूकर दंत को अपने गले में एक ताबीज करके धारण करना है।
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