इस पोस्ट में, मैंने प्रत्यंगिरा देवी के एक अत्यंत सरल और आसन लेकिन महाशक्तिशाली मंत्र के बार में लिखा है जो साधक को तुरंत सर्व परेशानियाँ, दुख-दर्द, डर और मानसिक अशांति और तनाव से मुक्त करके उसके मन को शांत कर देता है। मन को शांत करने का वह एक बहुत असरदार रामबाण उपाय है।
प्रत्यंगिरा देवी, जगत माता का ही एक रूप है जो विष्णु भगवान और शिवजी के नरसिंह और शरब अवतारों के बीच का महा भयंकर युद्ध जो पूरे ब्रह्मांड के अस्तित्व के लिए खतरा बन चुका था उसे रोखने के लिए और नरसिंह और शरब अवतारों को शांत करने के लिए प्रकट हुआ था। प्रत्यंगिरा देवी ने भगवान विष्णु और भगवान शिवजी के सबसे रौद्र और विनाशकारी नरसिंह और शरब अवतारों को रोक दिया था, इससे माता के प्रचंड शक्ति का भक्तों को अंदाज आएगा।
प्रत्यंगिरा देवी की पूजा-मंत्र जाप करने से कठिन से कठिन जादू-टोने, शत्रु पीड़ा, भूत-प्रेत की परेशानी और अन्य किसी भी प्रकार का मानसिक तनाव दूर करके मन को जल्द शांत किया जा सकता है या उसे पलटाया जा सकता है।
इस शाबर मंत्र के बारे में कुछ जानकारी: शाबर तंत्र शास्त्र में इस मंत्र को सिद्ध करने की विधि नहीं बतायी गयी है, इसलिए इसे एक सिद्ध शाबर मंत्र माना जा सकता है जो तुरंत काम करने लगता है और इस शाबर मंत्र के साथ पूजा-विधि और अन्य नियम और बंधन जुड़े हुए नहीं है।
इस अद्भुत मंत्र को बोलने की सरल विधि: १] इस मंत्र का जाप आवश्यकता के अनुसार यानी की जब-जब मन अशांत या घबराया हुआ है तब-तब किया जा सकता है। या अगर साधक मानसिक दुख-दर्द, भय और तनाव से दीर्घ काल यानी की लॉन्ग-टाइम से पीड़ित है तो वह इस चमत्कारी मंत्र को हर दिन बोल सकता है।
२] शाबर मंत्र विद्या के मुताबिक इस मंत्र को सिर्फ 1 बार मन से यानी की शांत चित्त से बोलने से बड़े से बड़ी मानसिक पीड़ा शांत हो जाती है। और अगर साधक की इच्छा हो तो वह इस शाबर मंत्र का ७. ११, २१ या १०८ बार मानसिक या वाचिक जाप कर सकता है। ऐसा करने से उसे तुरंत मानसिक शांति मिल जाती है और उसकी पीड़ा बहुत शीघ्र बंद हो जाती है।
मंत्र
ॐ ह्रीं प्रत्यंगिरे मम स्वस्ति शांति कुरु कुरु स्वाहा ||
Mantra
Om Hreem Pratyamgire Mam Swasti Shanti Kuru Kuru Swaha ||
नोट: इस परम शांति पाने के चमत्कारी शाबर मंत्र के विडिओ को आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: सिर्फ १ बार इस शाबर मंत्र को बोलकर सर्व पीड़ा से मुक्ति हो जाती है
प्रत्यंगिरा देवी, जगत माता का ही एक रूप है जो विष्णु भगवान और शिवजी के नरसिंह और शरब अवतारों के बीच का महा भयंकर युद्ध जो पूरे ब्रह्मांड के अस्तित्व के लिए खतरा बन चुका था उसे रोखने के लिए और नरसिंह और शरब अवतारों को शांत करने के लिए प्रकट हुआ था। प्रत्यंगिरा देवी ने भगवान विष्णु और भगवान शिवजी के सबसे रौद्र और विनाशकारी नरसिंह और शरब अवतारों को रोक दिया था, इससे माता के प्रचंड शक्ति का भक्तों को अंदाज आएगा।
प्रत्यंगिरा देवी की पूजा-मंत्र जाप करने से कठिन से कठिन जादू-टोने, शत्रु पीड़ा, भूत-प्रेत की परेशानी और अन्य किसी भी प्रकार का मानसिक तनाव दूर करके मन को जल्द शांत किया जा सकता है या उसे पलटाया जा सकता है।
इस शाबर मंत्र के बारे में कुछ जानकारी: शाबर तंत्र शास्त्र में इस मंत्र को सिद्ध करने की विधि नहीं बतायी गयी है, इसलिए इसे एक सिद्ध शाबर मंत्र माना जा सकता है जो तुरंत काम करने लगता है और इस शाबर मंत्र के साथ पूजा-विधि और अन्य नियम और बंधन जुड़े हुए नहीं है।
इस अद्भुत मंत्र को बोलने की सरल विधि: १] इस मंत्र का जाप आवश्यकता के अनुसार यानी की जब-जब मन अशांत या घबराया हुआ है तब-तब किया जा सकता है। या अगर साधक मानसिक दुख-दर्द, भय और तनाव से दीर्घ काल यानी की लॉन्ग-टाइम से पीड़ित है तो वह इस चमत्कारी मंत्र को हर दिन बोल सकता है।
२] शाबर मंत्र विद्या के मुताबिक इस मंत्र को सिर्फ 1 बार मन से यानी की शांत चित्त से बोलने से बड़े से बड़ी मानसिक पीड़ा शांत हो जाती है। और अगर साधक की इच्छा हो तो वह इस शाबर मंत्र का ७. ११, २१ या १०८ बार मानसिक या वाचिक जाप कर सकता है। ऐसा करने से उसे तुरंत मानसिक शांति मिल जाती है और उसकी पीड़ा बहुत शीघ्र बंद हो जाती है।
मंत्र
ॐ ह्रीं प्रत्यंगिरे मम स्वस्ति शांति कुरु कुरु स्वाहा ||
Mantra
Om Hreem Pratyamgire Mam Swasti Shanti Kuru Kuru Swaha ||
नोट: इस परम शांति पाने के चमत्कारी शाबर मंत्र के विडिओ को आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: सिर्फ १ बार इस शाबर मंत्र को बोलकर सर्व पीड़ा से मुक्ति हो जाती है
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