आज इस पोस्ट में, मैं आपको अपने घर के मुख्य दरवाजे यानी की मेन डोर पर लगाने के अत्यंत शक्तिशाली और तुरंत काम करने वाले दुर्गा माता के विजय दुर्गा पंचदशी यानी की पंद्रह के यंत्र के बारे में बताया है।
इस दुर्गा यंत्र को मुख्य द्वार पर लगाने के कुछ विशिष्ट लाभ या फायदे: १] यह दुर्गा बीसा यंत्र घर में प्रचंड सकारात्मक ऊर्जा का आकर्षण करता है और सर्व नकारात्मक यानी की हानिकारक शक्तियों को मकान के अंदर आने से रोकता है।
२] घर में प्रचंड धन-दौलत, वाहन, हर प्रकार की संपत्ति और समृद्धि, उत्तम खाने-पीने की चीज़े और धान्य का आकर्षण होता है।
३] शत्रु, रोग, जादू-टोने और भूत-प्रेतों से परेशानी नहीं होती है, ग्रह और वस्तु-दोष खत्म हो जाते है और घर में सुख-शांति बनी रहती है और क्लेशों से मुक्ति मिल जाती है।
४] घर के सदस्यों के बीच अच्छे रिश्ते बने रहते है और उनकी नौकरी-धंधे, पढ़ाई और अन्य सारे कामों में तारक्की होती है।
इस दुर्गा माता के महाशक्तिशाली विजय यंत्र को बनाने का तरीका: १] इस दुर्गा बिसा यंत्र को किसी भी दिन पर बनाया जा सकता है, और खास तिथि, योग, नक्षत्र या किसी भी प्रकार के शुभ-मुहूर्त का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।
२] साधक को इस यंत्र को सवेरे स्नान करके, स्वच्छ वस्त्र धारण करने के बाद अपने मकान के मुख्य द्वार यानी की मेन डोर के बीच में या उसके ऊपर की फ्रेम के बीच में लाल रंग के स्याही के पेन से लिखना है या अगर ऐसा करना किसी न किसी कारण से संभव ना हो तो इस विजय दुर्गा पंचदशी यंत्र को सफेद रंग के कागज पर लिख कर उसे लैमिनेट कर के चिपकाया जा सकता है।
३] इस दुर्गा देवी यंत्र को दरवाजे पर लिखते समय या चिपका ते समय साधक को यंत्र के सामने १-२ अगरबत्ती घुमाते हुए - ॐ ह्रीं क्लीं दुं दुर्गायै नम: || इस दुर्गा माता के मंत्र का शांत चित्त से ७, ११ या २१ बार जाप करना है।
४] इस दुर्गा माता के यंत्र के अंकों को अंग्रेजी, हिन्दी या अन्य किसी भी भाषा में लिखा जा सकता है। और यंत्र लिखने की चाल यानी की जिस क्रम में यंत्र के अक्षरों-अंकों को लिखना है वह नीचे बाताया गया है।
ॐ ह्रीं क्लीं दुं दु र्गा यै न म:
5 1 8 3 4 9 2 7 6
५] अगर यंत्र बुज जाता है या खराब हो जाता है तो पहले वाले यंत्र को साफ करके उसी विधि से दूसरे यंत्र को दरवाजे पर लिखा या चिपकाया जा सकता है। पुराने वाले कागज के यंत्र को पानी में विसर्जित किया जा सकता है।
नोट: इस अद्भुत सुख-समृद्धि और संकट नाशक विजय दुर्गा यंत्र के हिन्दी विडिओ को आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: घर के मुख्य द्वार-मेन डोर पर लगाने का चमत्कारी दुर्गा यंत्र
२] घर में प्रचंड धन-दौलत, वाहन, हर प्रकार की संपत्ति और समृद्धि, उत्तम खाने-पीने की चीज़े और धान्य का आकर्षण होता है।
३] शत्रु, रोग, जादू-टोने और भूत-प्रेतों से परेशानी नहीं होती है, ग्रह और वस्तु-दोष खत्म हो जाते है और घर में सुख-शांति बनी रहती है और क्लेशों से मुक्ति मिल जाती है।
४] घर के सदस्यों के बीच अच्छे रिश्ते बने रहते है और उनकी नौकरी-धंधे, पढ़ाई और अन्य सारे कामों में तारक्की होती है।
इस दुर्गा माता के महाशक्तिशाली विजय यंत्र को बनाने का तरीका: १] इस दुर्गा बिसा यंत्र को किसी भी दिन पर बनाया जा सकता है, और खास तिथि, योग, नक्षत्र या किसी भी प्रकार के शुभ-मुहूर्त का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।
२] साधक को इस यंत्र को सवेरे स्नान करके, स्वच्छ वस्त्र धारण करने के बाद अपने मकान के मुख्य द्वार यानी की मेन डोर के बीच में या उसके ऊपर की फ्रेम के बीच में लाल रंग के स्याही के पेन से लिखना है या अगर ऐसा करना किसी न किसी कारण से संभव ना हो तो इस विजय दुर्गा पंचदशी यंत्र को सफेद रंग के कागज पर लिख कर उसे लैमिनेट कर के चिपकाया जा सकता है।
३] इस दुर्गा देवी यंत्र को दरवाजे पर लिखते समय या चिपका ते समय साधक को यंत्र के सामने १-२ अगरबत्ती घुमाते हुए - ॐ ह्रीं क्लीं दुं दुर्गायै नम: || इस दुर्गा माता के मंत्र का शांत चित्त से ७, ११ या २१ बार जाप करना है।
४] इस दुर्गा माता के यंत्र के अंकों को अंग्रेजी, हिन्दी या अन्य किसी भी भाषा में लिखा जा सकता है। और यंत्र लिखने की चाल यानी की जिस क्रम में यंत्र के अक्षरों-अंकों को लिखना है वह नीचे बाताया गया है।
ॐ ह्रीं क्लीं दुं दु र्गा यै न म:
5 1 8 3 4 9 2 7 6
५] अगर यंत्र बुज जाता है या खराब हो जाता है तो पहले वाले यंत्र को साफ करके उसी विधि से दूसरे यंत्र को दरवाजे पर लिखा या चिपकाया जा सकता है। पुराने वाले कागज के यंत्र को पानी में विसर्जित किया जा सकता है।
नोट: इस अद्भुत सुख-समृद्धि और संकट नाशक विजय दुर्गा यंत्र के हिन्दी विडिओ को आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: घर के मुख्य द्वार-मेन डोर पर लगाने का चमत्कारी दुर्गा यंत्र
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