इस पोस्ट में, मैंने कलयुग में श्री राम या श्री कृष्ण के शरण में जाकर सर्व संकटों, खतरों, क्लेशों और मुसीबातों से रक्षा पाने के दो सरल और आसान लेकिन तुरंत काम करने वाले आत्मरक्षा मंत्रों के बारे में लिखा है, जो रोग, शत्रु और सर्व संकटों से रक्षा करते है।
कलियुग के इस महामारी और रोगों के अत्यंत कठिन काल में हर कोई इंसान किसी ना किसी प्रकार के बाधा, संकट, क्लेश, पीड़ा और परेशानी के साये में जी रहा है। इस समस्या से बचने के लिए इस पोस्ट में बताए गए २ आत्मरक्षा मंत्रों में से साधक किसी भी एक मंत्र को चुन कर उस मंत्र का भक्ति और श्रद्धा से जाप कर सकता है।
ऐसे कठिन समय में ब्रह्मांड के पालनहार विष्णु और उनके दस अवतारों के शरण में जाना बहुत फायदेमंद साबित होगा क्योंकी नास्त्रेदमस, बाबा वांगा और अन्य दिव्य दृष्टि पाने वाले भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणी के अनुसार महामारी और रोगों के बाद विश्व युद्ध, ज्वालामुखी, भूकंप, सूनामी अकाल जैसे संकट आने वाले है और पृथ्वी का वातावरण अत्यंत खतरनाक और जहरीला होने की तीव्र संभावना है। ऐसे संकटों से भरे काल में दिव्य सुरक्षा पाना एक अत्यंत असरदार विकल्प है।
इन श्री राम और श्री कृष्ण मंत्रों का जाप कैसे करें: १] साधक चुने हुए आत्मरक्षा मंत्र से एकरूप होकर उसका लगातार मानसिक या वाचिक जाप कर सकता है।
२] अगर साधक की इच्छा हो तो वह चुने हुए मंत्र को हर दिन ५-१० मिनट बोल सकता है।
३] श्री राम जी का मंत्र श्री राम रहस्य उपनिषद इस प्राचीन दिव्य ग्रंथ में पाया जाता है और श्री कृष्ण भगवान का मंत्र एक अत्यंत लोकप्रिय और आजमाया हुआ आत्मरक्षा मंत्र है। दोनों श्री राम और श्री कृष्ण, भगवान विष्णु के ही अवतार है इसलिए दोनों के मंत्रों में एक जैसी शक्ति है। और यह आत्मरक्षा मंत्र प्रचंड सुरक्षात्मक ऊर्जा निर्माण करके सर्व दिशाओं से आने वाले सर्व दिखने वाले और अदृश्य खतरों और संकटों से भक्त की रक्षा करते है।
|| ॐ श्री रामः शरणं मम् ॐ ||
|| Om Shri Ramah Sharanam Mam Om ||
ॐ श्री कृष्णाय शरणं मम ||
Om Shri Krishnaya Sharanam Namah ||
एक चीज़ का अवश्य ध्यान रखें की अगर आपकी प्रभु श्री राम या प्रभु श्री कृष्ण में अटूट श्रद्धा हो तो ही इन मंत्रों का जाप करें क्योंकी यह दोनों शत-प्रतिशत काम करने वाले आत्मरक्षा मंत्र है।
नोट: इन आत्मरक्षा मंत्रों के विडिओ को आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: हर खतरे से बचाने वाले राम-कृष्ण मंत्र
कलियुग के इस महामारी और रोगों के अत्यंत कठिन काल में हर कोई इंसान किसी ना किसी प्रकार के बाधा, संकट, क्लेश, पीड़ा और परेशानी के साये में जी रहा है। इस समस्या से बचने के लिए इस पोस्ट में बताए गए २ आत्मरक्षा मंत्रों में से साधक किसी भी एक मंत्र को चुन कर उस मंत्र का भक्ति और श्रद्धा से जाप कर सकता है।
ऐसे कठिन समय में ब्रह्मांड के पालनहार विष्णु और उनके दस अवतारों के शरण में जाना बहुत फायदेमंद साबित होगा क्योंकी नास्त्रेदमस, बाबा वांगा और अन्य दिव्य दृष्टि पाने वाले भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणी के अनुसार महामारी और रोगों के बाद विश्व युद्ध, ज्वालामुखी, भूकंप, सूनामी अकाल जैसे संकट आने वाले है और पृथ्वी का वातावरण अत्यंत खतरनाक और जहरीला होने की तीव्र संभावना है। ऐसे संकटों से भरे काल में दिव्य सुरक्षा पाना एक अत्यंत असरदार विकल्प है।
इन श्री राम और श्री कृष्ण मंत्रों का जाप कैसे करें: १] साधक चुने हुए आत्मरक्षा मंत्र से एकरूप होकर उसका लगातार मानसिक या वाचिक जाप कर सकता है।
२] अगर साधक की इच्छा हो तो वह चुने हुए मंत्र को हर दिन ५-१० मिनट बोल सकता है।
३] श्री राम जी का मंत्र श्री राम रहस्य उपनिषद इस प्राचीन दिव्य ग्रंथ में पाया जाता है और श्री कृष्ण भगवान का मंत्र एक अत्यंत लोकप्रिय और आजमाया हुआ आत्मरक्षा मंत्र है। दोनों श्री राम और श्री कृष्ण, भगवान विष्णु के ही अवतार है इसलिए दोनों के मंत्रों में एक जैसी शक्ति है। और यह आत्मरक्षा मंत्र प्रचंड सुरक्षात्मक ऊर्जा निर्माण करके सर्व दिशाओं से आने वाले सर्व दिखने वाले और अदृश्य खतरों और संकटों से भक्त की रक्षा करते है।
|| ॐ श्री रामः शरणं मम् ॐ ||
|| Om Shri Ramah Sharanam Mam Om ||
ॐ श्री कृष्णाय शरणं मम ||
Om Shri Krishnaya Sharanam Namah ||
एक चीज़ का अवश्य ध्यान रखें की अगर आपकी प्रभु श्री राम या प्रभु श्री कृष्ण में अटूट श्रद्धा हो तो ही इन मंत्रों का जाप करें क्योंकी यह दोनों शत-प्रतिशत काम करने वाले आत्मरक्षा मंत्र है।
नोट: इन आत्मरक्षा मंत्रों के विडिओ को आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: हर खतरे से बचाने वाले राम-कृष्ण मंत्र
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