मन ही मंत्र में मंत्र बोलकर शत्रु को नष्ट या वश करें


इस पोस्ट में, मैंने अपने शत्रु की परेशानी और पीड़ा तुरंत बंद करके उसका दमन यानी की भयंकर स्तंभन करने के एक सटीक शाबर शत्रु विनाशक मंत्र प्रयोग के बारे में जानकारी दी है। यह एक छोटा सा सिर्फ ६ शब्दों का शक्तिशाली शाबर शत्रु विनाशक मंत्र है, जिसको अगर आत्मविश्वास और तीव्रता से बोला जाएगा तो वह किसी भी दुश्मन की गतिविधियां और षड्यंत्र तुरंत बंद करने की अद्भुत शक्ति रखता है।

इस शत्रु नाशक शाबर मंत्र का प्रयोग करके साधक शत्रु से होने वाली परेशानी और तकलीफ जल्द बंद करके उसे अनुकूल भी कर सकता है, इसलिए वह सरल मंत्र एक शत्रु वशीकरण मंत्र की तरह भी काम करता है। और अगर साधक शत्रु को नष्ट करने की भावना से मंत्र बोलेगा तो शत्रु नष्ट होगा और अगर उसके वश करने की भावना से मंत्र बोलेगा तो शत्रु का भयंकर वशीकरण होगा।

इस शत्रु नाशक मंत्र का जाप करने की सरल और आसान विधि आगे बताई गई है:

१] साधक इस शत्रु नाशक मंत्र का प्रयोग किसी भी दिन से शुरू कर सकता है। और साधक को इस नीचे बताए शत्रु दमन मंत्र को हर दिन शत्रु के परेशानी बंद होने तक एक मंदिर में १०८ बार बोलना चाहिए। किसी भी देवी-देवता का मंदिर चलेगा।
 
मन ही मन में मंत्र बोलकर शत्रु का नाश करें

मंत्र
ॐ शत्रु दमनं हुं फट स्वाहा ||

Mantra
Om Shatru Damanam Hoom Phat Swaha ||

२] मंत्र जाप शुरू करने के पहले शत्रु का स्मरण करें और फिर मंत्र जाप करें। मंत्र जाप करने के लिए दिशा-आसन, पूजा-विधि का बंधन नहीं है और साधक मंत्र की गिनती करने के लिए एक रुद्राक्ष या अन्य किसी भी जाप माला या अपनी उंगलियों का इस्तेमाल कर सकता है। लेकिन ध्यान रहे की इस मंत्र का जाप अपने खुद के घर में ना करें।

२] शत्रु के सामने जाकर उसे अत्यंत गुप्त रूप से देखते हुए सावधानी से इस शत्रु नाशक मंत्र का मन ही मन में जाप करते हुए शत्रु की दिशा में फूँक मारें।

३] इस प्रयोग को दुशमन के घर-ऑफिस या दुकान के सामने या कोर्ट-कचेरी या रास्ते में भी किया जा सकता है यानी की वहाँ दुश्मन दिख जाएगा तब मन ही मन में मंत्र बोलकर शत्रु के दिशा में फूँक मारनी है। इस मंत्र प्रयोग को शत्रु की पीड़ा बंद होने तक या उसका वशीकरण होने तक करें।

नोट: यह एक शत-प्रतिशत काम करने वाला शत्रु विनाशक शाबर मंत्र प्रयोग है और अगर इसे तीव्रता और इच्छा-शक्ति से कीया जाएगा हो निश्चित जल्द शत्रु नष्ट या वश होगा।

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