आजकल के जीवन में हर कोई व्यक्ति धन-धान्य की देवी माता लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहता है। क्यों कि आजकल संसार की स्थिति देखते हुवे हर कोई परेशान है। अगर व्यक्ति के पास धन दौलत होगा तो ही उसको मान-सन्मान मिलता है। जिसके पास पैसा है वह व्यक्ति शक्तिशाली है एसा माना जाता है।
दुनिया में ऐसे कई लोग है जो मेहनत करके भी अपनी मनोकामना पूरी नहीं कर सकते है। इसलिए धन-धान्य की देवी माता लक्ष्मी को पूजा जाता हैं। शुक्रवार का दिन देवी माता को समर्पित हैं क्योंकि शुक्रवार का दिन लक्ष्मी माता की पूजा-विधि करने के लिए सब से शुभ और असरदार दिन होता है।
शुक्रवार के दिन लक्ष्मी माता की पूजा होने के बाद आरती भी की जाती हैं। अगर आपको रोज पूजा और आरती करना संभव नहीं हैं तो मंत्रों का जाप करने से भी लाभ हो सकता हैं। अगर शुक्रवार के दिन विधि पूर्वक पूजा की जाए तो सौभाग्य की प्राप्ति होती हैं। इसलिए हम आपको माता लक्ष्मी के अचूक मंत्र बताने जा रहे हैं जिनसे आपकी हर मनोकामना पूरी होंगी।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लक्ष्मी प्राप्ति के शाबर मंत्र शीघ्र फलदाई माने जाते हैं। सिद्धिदायक शाबर मंत्र की रचना गुरु गोरखनाथ और अन्य योगियों ने की थी। इसमें प्रत्येक देवता और हर प्रकार के उदिष्ट की पूर्ति करने के मंत्र दिए गए हैं। इन में लक्ष्मी प्राप्ति मंत्र भी शामिल है। इस प्रकार के मंत्र दुर्लभ होने के कारण इनको सिद्ध करना जरूरी होता है। इस से विपरीत परिणाम होने की संभवना कम हो जाती है। इस प्रकार के मंत्र बहुत ही दुर्लभ होते हैं इसलिए शुभ अवसर पर इन्हे बोलनेसे हर मनोकामना पूरी हो जाती हैं।
इन मंत्रों का सही उच्चारण करना आवश्यक है। अगर उन्हें सही तरहसे नहीं बोला जाएगा तो मंत्र सिद्ध होना कठिन होगा।
माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिय कुछ शाबर मंत्र इस प्रकार से हैं।
लक्ष्मी माता को प्रसन्न करने का पहला शाबर मंत्र:
१] विष्णुप्रिया लक्ष्मी, शिवप्रिया सती से प्रकट हुई कामेक्षा भगवती आदि शक्ति युगुल मूर्ति महिमा अपार, दोनों की प्रीति अमर जाने संसार, दुहाई कामाक्षा की, आय बढ़ा व्यव घटा, दया कर माई। ॐ नमः विष्णुप्रियाय, ॐ नमः शिवप्रियाय, ॐ नमः कामाक्षाय ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं फट् स्वाहा।
इस मंत्र की प्रयोग विधि इस प्रकार से हैं।
लक्ष्मी माता को धूप-दिया अर्पित करके उनका पूजन करने के बाद नेवेद्य अर्पित कर के इस मंत्र का सवालाख जाप करें, फिर उसके बाद आपको लक्ष्मी माता का आगमन और उनकी प्राचीती दिखाई देगी। आपका हर कार्य सफल होगा।
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए दूसरा सिद्ध शाबर मंत्र:
२] ॐ ह्रीं श्रीं ठं ठं ठं नमो भगवते, मम सर्वकार्यणि साधय, मां रक्ष रक्ष शीघ्रं मां धनिनं। कुरु कुरु फट् श्रीयं देहि, ममापति निवाराय निवाराय स्वाहा।।
आपकी हर मनोकामना पूरी करने के लिए याने की धन प्राप्ति, कार्य सिद्धि या कोई भी विपत्ति का निवारण करने केलिए शिवलिंग पर 7 बेल के पत्ते चढ़ाए और इस मंत्र का 108 बार जाप घर पर अथवा शिव मंदिर में करें। इससे आपकी मानोकामना पूरी होगी।
लक्ष्मी माता की कृपा पाने का तीसरा सिद्ध शाबर मंत्र:
३] ॐ भंवर वीर तू चेला मेरा, खोल दुकान बिकरा कर मेरा। उठे जो डण्डी बिके जो माल भंवर वीर सो नहीं जाय।।
शनिवार यानी कि शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर नहा-धोकर हाथ में काले उड़द के २१ साबुत दाने लेकर मंत्र को २१ बार पढ़कर अपना दुकान खोलें और भीतर चारों ओर उन दानों को बिखर देने से अभूतपूर्व रूप से बिक्री बढ़ जाती हैं।
दुकान खोलने के बाद सफाई करके लक्ष्मी माता के फ़ोटो के सामने ॐ लक्ष्म्यै नमः इस मंत्र का एक माला याने की 108 बार जाप करें। दुकान की बिक्री और नफे में वृद्धि होगी। इस मंत्र के बाद आगे बताए हुए मंत्र का भी 108 बार जाप करें।
ऊँ श्री शुक्ला महाशुक्ले निवासे।
श्री महाक्ष्मी नमो नमः।।
दुनिया में ऐसे कई लोग है जो मेहनत करके भी अपनी मनोकामना पूरी नहीं कर सकते है। इसलिए धन-धान्य की देवी माता लक्ष्मी को पूजा जाता हैं। शुक्रवार का दिन देवी माता को समर्पित हैं क्योंकि शुक्रवार का दिन लक्ष्मी माता की पूजा-विधि करने के लिए सब से शुभ और असरदार दिन होता है।
शुक्रवार के दिन लक्ष्मी माता की पूजा होने के बाद आरती भी की जाती हैं। अगर आपको रोज पूजा और आरती करना संभव नहीं हैं तो मंत्रों का जाप करने से भी लाभ हो सकता हैं। अगर शुक्रवार के दिन विधि पूर्वक पूजा की जाए तो सौभाग्य की प्राप्ति होती हैं। इसलिए हम आपको माता लक्ष्मी के अचूक मंत्र बताने जा रहे हैं जिनसे आपकी हर मनोकामना पूरी होंगी।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लक्ष्मी प्राप्ति के शाबर मंत्र शीघ्र फलदाई माने जाते हैं। सिद्धिदायक शाबर मंत्र की रचना गुरु गोरखनाथ और अन्य योगियों ने की थी। इसमें प्रत्येक देवता और हर प्रकार के उदिष्ट की पूर्ति करने के मंत्र दिए गए हैं। इन में लक्ष्मी प्राप्ति मंत्र भी शामिल है। इस प्रकार के मंत्र दुर्लभ होने के कारण इनको सिद्ध करना जरूरी होता है। इस से विपरीत परिणाम होने की संभवना कम हो जाती है। इस प्रकार के मंत्र बहुत ही दुर्लभ होते हैं इसलिए शुभ अवसर पर इन्हे बोलनेसे हर मनोकामना पूरी हो जाती हैं।
इन मंत्रों का सही उच्चारण करना आवश्यक है। अगर उन्हें सही तरहसे नहीं बोला जाएगा तो मंत्र सिद्ध होना कठिन होगा।
माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिय कुछ शाबर मंत्र इस प्रकार से हैं।
लक्ष्मी माता को प्रसन्न करने का पहला शाबर मंत्र:
१] विष्णुप्रिया लक्ष्मी, शिवप्रिया सती से प्रकट हुई कामेक्षा भगवती आदि शक्ति युगुल मूर्ति महिमा अपार, दोनों की प्रीति अमर जाने संसार, दुहाई कामाक्षा की, आय बढ़ा व्यव घटा, दया कर माई। ॐ नमः विष्णुप्रियाय, ॐ नमः शिवप्रियाय, ॐ नमः कामाक्षाय ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं फट् स्वाहा।
इस मंत्र की प्रयोग विधि इस प्रकार से हैं।
लक्ष्मी माता को धूप-दिया अर्पित करके उनका पूजन करने के बाद नेवेद्य अर्पित कर के इस मंत्र का सवालाख जाप करें, फिर उसके बाद आपको लक्ष्मी माता का आगमन और उनकी प्राचीती दिखाई देगी। आपका हर कार्य सफल होगा।
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए दूसरा सिद्ध शाबर मंत्र:
२] ॐ ह्रीं श्रीं ठं ठं ठं नमो भगवते, मम सर्वकार्यणि साधय, मां रक्ष रक्ष शीघ्रं मां धनिनं। कुरु कुरु फट् श्रीयं देहि, ममापति निवाराय निवाराय स्वाहा।।
आपकी हर मनोकामना पूरी करने के लिए याने की धन प्राप्ति, कार्य सिद्धि या कोई भी विपत्ति का निवारण करने केलिए शिवलिंग पर 7 बेल के पत्ते चढ़ाए और इस मंत्र का 108 बार जाप घर पर अथवा शिव मंदिर में करें। इससे आपकी मानोकामना पूरी होगी।
लक्ष्मी माता की कृपा पाने का तीसरा सिद्ध शाबर मंत्र:
३] ॐ भंवर वीर तू चेला मेरा, खोल दुकान बिकरा कर मेरा। उठे जो डण्डी बिके जो माल भंवर वीर सो नहीं जाय।।
शनिवार यानी कि शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर नहा-धोकर हाथ में काले उड़द के २१ साबुत दाने लेकर मंत्र को २१ बार पढ़कर अपना दुकान खोलें और भीतर चारों ओर उन दानों को बिखर देने से अभूतपूर्व रूप से बिक्री बढ़ जाती हैं।
दुकान खोलने के बाद सफाई करके लक्ष्मी माता के फ़ोटो के सामने ॐ लक्ष्म्यै नमः इस मंत्र का एक माला याने की 108 बार जाप करें। दुकान की बिक्री और नफे में वृद्धि होगी। इस मंत्र के बाद आगे बताए हुए मंत्र का भी 108 बार जाप करें।
ऊँ श्री शुक्ला महाशुक्ले निवासे।
श्री महाक्ष्मी नमो नमः।।
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