इस पोस्ट में मैंने, बेशुमार धन-दौलत, संपदा और हर तरह की समृद्धि पाने के महालक्ष्मी बीज मंत्र युक्त यानी की महालक्ष्मी के बीज मंत्र श्रीं का संपुट लगाए हुए शक्तिशाली गायत्री मंत्र की जानकारी दी गई हैं।
इस मंत्र में गायत्री मंत्र के शुरुआत और समाप्ति पर १ या ३ बार महालक्ष्मी के श्रीं बीज मंत्र को लगाकर बोलना हैं। ऐसा करने से इस गायत्री मंत्र प्रचंड धन का आकर्षण करता हैं और साधक को जल्द धन-दौलत और पैसों की प्राप्ति होती हैं और उसका जीवन खुशियों से भर जाता हैं।
इस महालक्ष्मी बीज मंत्र युक्त गायत्री मंत्र को बोलने के विधि:
१] शांत चित्त से स्नान करने के बाद साफ वस्त्र पहनकर इस मंत्र का सिर्फ ३ बार वाचिक जाप करें।
महालक्ष्मी बीज मंत्र युक्त गायत्री मंत्र:
श्रीं ॐ भूर् भुवः स्वः।
तत् सवितुर्वरेण्यं।
भर्गो देवस्य धीमहि।
धियो यो नः प्रचोदयात् श्रीं ॥
Shreem Om Bhur Bhuvaḥ Swaḥ |
Tat-savitur Vareñyaṃ |
Bhargo Devasya Dheemahi |
Dhiyo Yonaḥ Prachodayāt Shreem ||
२] अगर आपकी इच्छा हो तो आप इस गायत्री मंत्र को ७, ११, २१ या १०८ बार बोल सकते हो।
३] खास पुजा-विधि, दिशा-आसन-माला का बंधन नहीं है, लेकिन हमेशा स्वच्छता का पालन करें, सात्विक हेतु के लिए मंत्र का जाप करें। अगर एक महिला इस मंत्र का जाप कर रही हैं तो उसने अपने मासिक काल में गायत्री मंत्र का जाप नहीं करना हैं। ध्यान रहे की गायत्री माता और लक्ष्मी माता को स्वच्छता अत्यंत प्रिय हैं और उनका वास अस्वच्छ स्थानों पर नहीं होता।
४] याद रहें की यह एक शीघ्र फलित धन प्राप्ति मंत्र हैं इस लिए अगर आप इस मंत्र का जाप एकाग्रता, आत्मविश्वास और इच्छा शक्ति से करोगे तो इसका फल आपको जल्द प्राप्त होगा।
५] धन प्राप्ति के अलावा यह गायत्री मंत्र घरेलू और शादी-शुदा जीवन तनाव मुक्त करेगा और हर प्रकार के भोग से आनंद और समाधान मिलेगा।
इस मंत्र में गायत्री मंत्र के शुरुआत और समाप्ति पर १ या ३ बार महालक्ष्मी के श्रीं बीज मंत्र को लगाकर बोलना हैं। ऐसा करने से इस गायत्री मंत्र प्रचंड धन का आकर्षण करता हैं और साधक को जल्द धन-दौलत और पैसों की प्राप्ति होती हैं और उसका जीवन खुशियों से भर जाता हैं।
इस महालक्ष्मी बीज मंत्र युक्त गायत्री मंत्र को बोलने के विधि:
१] शांत चित्त से स्नान करने के बाद साफ वस्त्र पहनकर इस मंत्र का सिर्फ ३ बार वाचिक जाप करें।
महालक्ष्मी बीज मंत्र युक्त गायत्री मंत्र:
श्रीं ॐ भूर् भुवः स्वः।
तत् सवितुर्वरेण्यं।
भर्गो देवस्य धीमहि।
धियो यो नः प्रचोदयात् श्रीं ॥
Shreem Om Bhur Bhuvaḥ Swaḥ |
Tat-savitur Vareñyaṃ |
Bhargo Devasya Dheemahi |
Dhiyo Yonaḥ Prachodayāt Shreem ||
२] अगर आपकी इच्छा हो तो आप इस गायत्री मंत्र को ७, ११, २१ या १०८ बार बोल सकते हो।
३] खास पुजा-विधि, दिशा-आसन-माला का बंधन नहीं है, लेकिन हमेशा स्वच्छता का पालन करें, सात्विक हेतु के लिए मंत्र का जाप करें। अगर एक महिला इस मंत्र का जाप कर रही हैं तो उसने अपने मासिक काल में गायत्री मंत्र का जाप नहीं करना हैं। ध्यान रहे की गायत्री माता और लक्ष्मी माता को स्वच्छता अत्यंत प्रिय हैं और उनका वास अस्वच्छ स्थानों पर नहीं होता।
४] याद रहें की यह एक शीघ्र फलित धन प्राप्ति मंत्र हैं इस लिए अगर आप इस मंत्र का जाप एकाग्रता, आत्मविश्वास और इच्छा शक्ति से करोगे तो इसका फल आपको जल्द प्राप्त होगा।
५] धन प्राप्ति के अलावा यह गायत्री मंत्र घरेलू और शादी-शुदा जीवन तनाव मुक्त करेगा और हर प्रकार के भोग से आनंद और समाधान मिलेगा।
नोट: इस गायत्री मंत्र का विडिओ आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो: बेशुमार धन-दौलत पाने का चमत्कारी गायत्री मंत्र
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