लाख कोशिश कर के भी अगर आप को मनचाही सफलता और यश नहीं मिल रहा है और आपके को किसी भी काम या कार्य में सफलता नहीं मिल रही है या आपके काम-कार्य बनते-बनते बिगड़ रहे है तो इस भगवान शिवजी के तुरंत काम करने वाले चमत्कारी बीज मंत्र को बोलने से असंभव भी संभव होता है।
इस महाशक्तिशाली मंत्र को बोलने से साधक भगवान शिवजी को प्रसन्न करके उनकी कृपा और आशीर्वाद पाकर अपना जीव खुशियों से भर सकता है।
इस शिवजी के मंत्र के कुछ प्रमुख लाभ:
1] यह मंत्र प्रचंड ऊर्जा निर्माण करके सर्व बाधाओं, समस्याओं, परेशानियों, रुकावटों और खतरों का नाश करता है।
2] इस मंत्र से धन-दौलत-पैसों समेत सर्व प्रकार की दौलत और समृद्धि का प्रचंड आकर्षण होता है।
3] इस भगवान शिवजी के मंत्र के जाप से शत्रुओं और क्लेशों का अंत होता है और पारिवारिक और घरेलु सुख और शांति का अनुभव होता है।
इस भगवान शिवजी के मंत्र का अर्थ इस प्रकार से है:
ॐ-ब्रह्मांड की ध्वनि या परब्रह्म का प्रतीक है
ह्रीं- भुवनेश्वरी माता का बीज मंत्र
ह्रौं-भगवान शिवजी का बीज मंत्र
न-पृथ्वी तत्व का प्रतीक है
म-जल तत्व का प्रतीक है
शि-अग्नी तत्व का प्रतीक है
वा-वायु तत्व का प्रतीक है
य-आकाश तत्व का प्रतीक है
इस मंत्र के जाप की विधि:
1] इस मंत्र को हर रोज सवेरे या रात को सोने के पहले ५ मिनट जाप करें।
2] मंत्र का वाचिक या मानसिक जाप कीया जा सकता है।
3] विशेष पुजा-विधि या दिशा-माला-आसन के नियम नहीं है।
4] सिर्फ शिवजी में भक्ति और श्रद्धा रखकर उनका स्मरण करके मंत्र का जाप शुरू करना है।
मंत्र
ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय ||
Mantra
Om Hreem Hroum Namah Shivaya ||
नोट: इस मंत्र का विडिओ आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो – हर प्रकार की कोशिश करके भी असफल हो तो इस शिव मंत्र को बोलें
इस महाशक्तिशाली मंत्र को बोलने से साधक भगवान शिवजी को प्रसन्न करके उनकी कृपा और आशीर्वाद पाकर अपना जीव खुशियों से भर सकता है।
इस शिवजी के मंत्र के कुछ प्रमुख लाभ:
1] यह मंत्र प्रचंड ऊर्जा निर्माण करके सर्व बाधाओं, समस्याओं, परेशानियों, रुकावटों और खतरों का नाश करता है।
2] इस मंत्र से धन-दौलत-पैसों समेत सर्व प्रकार की दौलत और समृद्धि का प्रचंड आकर्षण होता है।
3] इस भगवान शिवजी के मंत्र के जाप से शत्रुओं और क्लेशों का अंत होता है और पारिवारिक और घरेलु सुख और शांति का अनुभव होता है।
इस भगवान शिवजी के मंत्र का अर्थ इस प्रकार से है:
ॐ-ब्रह्मांड की ध्वनि या परब्रह्म का प्रतीक है
ह्रीं- भुवनेश्वरी माता का बीज मंत्र
ह्रौं-भगवान शिवजी का बीज मंत्र
न-पृथ्वी तत्व का प्रतीक है
म-जल तत्व का प्रतीक है
शि-अग्नी तत्व का प्रतीक है
वा-वायु तत्व का प्रतीक है
य-आकाश तत्व का प्रतीक है
इस मंत्र के जाप की विधि:
1] इस मंत्र को हर रोज सवेरे या रात को सोने के पहले ५ मिनट जाप करें।
2] मंत्र का वाचिक या मानसिक जाप कीया जा सकता है।
3] विशेष पुजा-विधि या दिशा-माला-आसन के नियम नहीं है।
4] सिर्फ शिवजी में भक्ति और श्रद्धा रखकर उनका स्मरण करके मंत्र का जाप शुरू करना है।
मंत्र
ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय ||
Mantra
Om Hreem Hroum Namah Shivaya ||
नोट: इस मंत्र का विडिओ आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो – हर प्रकार की कोशिश करके भी असफल हो तो इस शिव मंत्र को बोलें
हर हर महादेव💙
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