इस आर्टिकल में चार महाशक्तिशाली और तुरंत असर देने वाले विष्णु या नारायण गायत्री मंत्रों की और उनको बोलने के प्रचंड लाभों के जानकारी दी गयी है।
विष्णु गायत्री मंत्र के जाप के प्रमुख लाभ:
1] शत्रुओं, खतरों, दुर्घटनाओं, रोगों, विषों और हर प्रकार के संकट से रक्षा होतो है। क्लेशों से मुक्ति मिलती है।
2] धन-दौलत, सुख-समृद्धि की प्राप्ति होकर जीवन सुखी और समधानी बन जाता है।
3] मन और शरीर में नई सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और हर काम या कार्य में सफलता मिलती है।
4] इच्छाओं और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
6] घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान और इज्जत मिलती है।
विष्णु गायत्री मंत्र का कैसे जाप करें:
विष्णु भक्त इन चार गायत्री मंत्रों में से किसी भी एक मंत्र को चुनकर हर रोज उसका 7, 11, 21, 51 या 108 बार वाचिक जाप कर सकता है।
चार विष्णु गायत्री मंत्र:
विष्णु गायत्री मंत्र के जाप के प्रमुख लाभ:
1] शत्रुओं, खतरों, दुर्घटनाओं, रोगों, विषों और हर प्रकार के संकट से रक्षा होतो है। क्लेशों से मुक्ति मिलती है।
2] धन-दौलत, सुख-समृद्धि की प्राप्ति होकर जीवन सुखी और समधानी बन जाता है।
3] मन और शरीर में नई सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और हर काम या कार्य में सफलता मिलती है।
4] इच्छाओं और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
6] घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान और इज्जत मिलती है।
विष्णु गायत्री मंत्र का कैसे जाप करें:
विष्णु भक्त इन चार गायत्री मंत्रों में से किसी भी एक मंत्र को चुनकर हर रोज उसका 7, 11, 21, 51 या 108 बार वाचिक जाप कर सकता है।
चार विष्णु गायत्री मंत्र:
1] ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि | तन्नो विष्णुः प्रचोदयात् ||
Om Narayanaya Vidmahe Vasudevaya Dhimahi | Tanno Vishnuah Prachodayat ||
2 ] ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि | तन्नो विष्णु: प्रचोदयात ||
Om Vishnave Cha Vidmahe Vasudevaya Dhimahi | Tanno Vishnuah Prachodayat ||
3 ] ॐ नारायण: विद्महे वासुदेवाय धीमहि | तन्नो नारायण: प्रचोदयात ||
Om Narayanayah Vidmahe Vasudevaya Dhimahi | Tanno Narayanah Prachodayat ||
4 ] ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि | तन्नो नारायण प्रचोदयात् ||
Om Narayanaya Vidmahe Vasudevaya Dhimahi | Tanno Narayan Prachodayat ||
Om Narayanaya Vidmahe Vasudevaya Dhimahi | Tanno Vishnuah Prachodayat ||
2 ] ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि | तन्नो विष्णु: प्रचोदयात ||
Om Vishnave Cha Vidmahe Vasudevaya Dhimahi | Tanno Vishnuah Prachodayat ||
3 ] ॐ नारायण: विद्महे वासुदेवाय धीमहि | तन्नो नारायण: प्रचोदयात ||
Om Narayanayah Vidmahe Vasudevaya Dhimahi | Tanno Narayanah Prachodayat ||
4 ] ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि | तन्नो नारायण प्रचोदयात् ||
Om Narayanaya Vidmahe Vasudevaya Dhimahi | Tanno Narayan Prachodayat ||
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