मनोकामना पूर्ति के लिए सुबह की प्राचीन सूर्य नारायण प्रार्थना


हर दिन सवेरे नींद में से जागने के बाद इस आर्टिकल में बताई गयी वैदिक काल की प्राचीन सूर्य नारायण यानी की भगवान सूर्य देव की महाशक्तिशाली प्रार्थना बोलने से साधक की हर मनोकामना और इच्छा पूरी हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा का आकर्षण होकर नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और पूरा दिन अच्छा जाता है।

सूर्य यह एकमेव देवता है जिसको हम देख सकते है इसलिए वैदिक काल के मानव सूर्य के तरफ देखकर जीवन के कष्ट और क्लेश दूर करके सुख-शांति पाने के लिए इस प्रार्थना को बोला करते थे।

सूर्य देव की प्रार्थना बोलने की विधि:
1] सवेरे नींद में से जागते ही सूर्य देव की तरफ मुहं करके आगे बताए प्रार्थना को सिर्फ 1 बार बोलें।

1] हाथ-पैर-मुंह धोने के जरूरत नहीं है। सुबह बिस्तर से जागने के तुरंत बाद इस प्रार्थना को बोलना उचित होगा।

सूर्य नारायण प्रार्थना इस प्रकार से है:

जिसके रूप में ऋग्वेद के मंडल शामिल है |
जिसका शरीर यजुर्वेद है |
जिसकी किरणें सामवेद का निर्माण करती हैं |
जो पृथ्वी के लिए जीवन का निर्माता और दाता है |
जो ब्रह्मा का एक दिन है |
जो बेजोड़ और समझ से बाहर है |
मैं हर सुबह उस सूर्य देवता का आशीर्वाद चाहता हूं ||

सूर्यदेव प्रार्थना अंग्रेजी में:


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