इस आर्टिकल में शत्रु का नाश करने के लिए और हर इच्छा और इच्छा और आकांक्षा पूरी करने वाले चमत्कारी और महाशक्तिशाली क्रीं बीज मंत्र के बारे में जानकारी दी गई है।
क्रीं यह काली माता का बीज मंत्र है और इसे एक महामंत्र भी कहा जाता है क्यों की इस बीज मंत्र में प्रचंड शक्ति है और इसको बोलने से हर चीज संभव हो जाती है।
इस मंत्र का काली माता में भक्ति और श्रद्धा रखकर आत्मविश्वास और तीव्रता से जाप करने से शत्रु का नाश होता है और आत्म रक्षा और सुरक्षा की प्राप्ति होती है, दुखों और रोगों का नाश होकर स्वास्थ्य अच्छा रहता है और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
क्रीं बीज मंत्र के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी:
क्रीं बीज मंत्र चार स्वर-व्यंजनो से रचा गया है।
क = काली
र = ब्रह्म
ईकार = महामाया
अनुस्वार = दुख विनाशक
क्रीं का अर्थ इस प्रकार से है – महाकाली माता मेरे दुखों का नाश करो।
क्रीं बीज से कुंडलिनी जागरण किया जा सकता है। इसलिए कुंडलिनी योगा के साधकों को कुंडलिनी जाग्रत करने के लिए इस मंत्र का जाप करना अत्यंत लाभदायक होगा।
क्रीं बीज मंत्र का जाप करने की उचित विधि:
मंत्र जाप लाल रंग के आसन पर उत्तर दिशा की और मुह कर के 10-15 मिनट जाप करें।
इस आर्टिकल का हिन्दी वीडियो आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो - रहस्यमय और अद्भुत क्लीं बीज मंत्र
क्रीं यह काली माता का बीज मंत्र है और इसे एक महामंत्र भी कहा जाता है क्यों की इस बीज मंत्र में प्रचंड शक्ति है और इसको बोलने से हर चीज संभव हो जाती है।
इस मंत्र का काली माता में भक्ति और श्रद्धा रखकर आत्मविश्वास और तीव्रता से जाप करने से शत्रु का नाश होता है और आत्म रक्षा और सुरक्षा की प्राप्ति होती है, दुखों और रोगों का नाश होकर स्वास्थ्य अच्छा रहता है और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
क्रीं बीज मंत्र के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी:
क्रीं बीज मंत्र चार स्वर-व्यंजनो से रचा गया है।
क = काली
र = ब्रह्म
ईकार = महामाया
अनुस्वार = दुख विनाशक
क्रीं का अर्थ इस प्रकार से है – महाकाली माता मेरे दुखों का नाश करो।
क्रीं बीज से कुंडलिनी जागरण किया जा सकता है। इसलिए कुंडलिनी योगा के साधकों को कुंडलिनी जाग्रत करने के लिए इस मंत्र का जाप करना अत्यंत लाभदायक होगा।
क्रीं बीज मंत्र का जाप करने की उचित विधि:
मंत्र जाप लाल रंग के आसन पर उत्तर दिशा की और मुह कर के 10-15 मिनट जाप करें।
इस आर्टिकल का हिन्दी वीडियो आप हमारे यूट्यूब चैनल पर देख सकते हो - रहस्यमय और अद्भुत क्लीं बीज मंत्र
Jap karne ka time
ReplyDeleteमां काली की साधना दक्षिण दिशा में मुंह करके होती है ,
ReplyDeleteदूसरा रात्रि का समय श्रेष्ठ है इसके लिए ।
ऐसे ही किसी भी बीज मंत्र की साधना नहीं करनी चहिए,
क्योंकि इनमें बहुत ऊर्जा होती है , सभी दवाएं व्यक्ति अपनी इच्छा से बिना मार्ग दर्शन के महिने सकता है ,उसी प्रकार बीज मंत्र भी अपार उसका लिए होते है , us urja ka santulan anubhavi vyakti hi Kara sakta hai ,isliy