हर प्रकार का ऐश्वर्य, धन-दौलत-समृद्धि और सुख देने वाला और बुरी आदतें और दुखों से मुक्ति और छुटकारा देने वाले एक अद्भुत और शक्तिशाली प्राचीन वैदिक मंत्र की जानकारी इस आर्टिक्ल में दी गयी है।
यह एक बहुत ही प्राचीन वैदिक मंत्र है जिसका उल्लेख ऋग्वेद / Rigveda में है और इस मंत्र को बोलने से सर्व ऐश्वर्य, धन, दौलत और सांसरिक सुखों की प्राप्ति होकर सारी बुराइयां, बुरी आदतें और दुर्गुणों को दूर किया जा सकता है |
मंत्र बोलने की विधि:
मंत्र बोलने की विधि अत्यंत सरल और आसान है साधक को इस मंत्र को रोज श्याम के समय उत्तर मुख होकर 9 दिनों के लिए सिर्फ 7 बार बोलना है |
मंत्र इस प्रकार से है:
मंत्र का अर्थ:हे भगवन !ब्रह्मांड के निर्माता हमारे ऊपर से सभी प्रकार के दुःख और दोष को दूर कीजिये । जो कुछ शुभ और कल्याणकारी है उसकी हमें प्राप्ति हो |
यह एक बहुत ही प्राचीन वैदिक मंत्र है जिसका उल्लेख ऋग्वेद / Rigveda में है और इस मंत्र को बोलने से सर्व ऐश्वर्य, धन, दौलत और सांसरिक सुखों की प्राप्ति होकर सारी बुराइयां, बुरी आदतें और दुर्गुणों को दूर किया जा सकता है |
मंत्र बोलने की विधि:
मंत्र बोलने की विधि अत्यंत सरल और आसान है साधक को इस मंत्र को रोज श्याम के समय उत्तर मुख होकर 9 दिनों के लिए सिर्फ 7 बार बोलना है |
मंत्र इस प्रकार से है:
ॐ विश्वानि देव सवितर्दुरितानि परा सुव | यद् भद्रं तन्न आ सुव ||
Om ! Vishwani Deva Savitar-Duritani Parasuva | Yad Bhadram Tanna Aa Suva ||मंत्र का अर्थ:हे भगवन !ब्रह्मांड के निर्माता हमारे ऊपर से सभी प्रकार के दुःख और दोष को दूर कीजिये । जो कुछ शुभ और कल्याणकारी है उसकी हमें प्राप्ति हो |
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